लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के 1690 कंडक्टरों को नवम्बर तक नियुक्तिपत्र दिया जायेगा। इसके पहले 910 पदों पर संविदा व प्रशिक्षु कर्मियों की नियुक्ति की जायेगी।परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक कार्मिक साद सईद ने सोमवार को यहां बताया कि 2600 कंडक्टर भर्ती प्रक्रिया में 35 फीसदी पद यानी 910 पदों पर संविदा कर्मियों को पहले नियुक्त करना है। इसके बाद 1690 पदों पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा घोषित रिजल्ट के आधार पर नवम्बर तक नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अदालत ने छह महीने का वक्त दिया है जोकि जनवरी में पूरा हो रहा है। इसके पहले प्रशिक्षु संविदा कर्मियों की सूची जारी कर दी जाएगी। इसके बाद 1690 चयनित कंडक्टरों की सूंची जारी की जायेगी।बता दें कि यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित कंडक्टर नियुक्ति पत्र पाने के लिए निगम मुख्यालय पर भटक रहे हैं। अधिकारी इन्हें सही जानकारी न देकर गुमराह कर रहे हैं। इसी वजह से बीते दो महीने में कई बार चयनित अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। एक अधिकारी ने बताया कि आयोग की वेबसाइट पर कंडक्टर भर्ती के संबंध में जो रिजल्ट घोषित किया गया है। उस पर आयोग ने कोर्ट की रिट याचिका संख्या 2993/2015 मो. जमाल का हवाला देते हुए रोक लगा दिया था। हालांकि, इस मामले में अदालत ने अपना निर्णय देते हुए कहा है कि 910 संविदा कर्मियों की नियमित भर्ती की प्रक्रिया छह महीने के भीतर पूरी करके 1690 चयनित अभ्यर्थियों को रोडवेज प्रशासन नियुक्त पत्र जारी करे।गौरतलब है कि वर्ष 2007 में बसपा सरकार में मंत्री रहे नरेश अग्रवाल के प्रयास से 3000 हजार कंडक्टर भर्ती का विज्ञापन निकाला गया था। उस वक्त संविदा कर्मियों ने भर्ती का विरोध करते हुए कोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दिया। इसके बाद वर्ष 2008 में 400 मृतक आश्रितों की भर्ती करने के बाद बचे हुए 2600 कंडक्टर पदों पर भर्ती प्रक्रिया 2016 में पूरी की जा रही है।