लखनऊ। ऐसबाग स्थित रामलीला मैदान में चल रहे चैती महोत्सव में शनिवार को कार्यक्रम की शुरूआत भगवान शिव को समर्पित स्तुति नृत्य हुआ। नृत्यकलाकार मीशा रत्न ने नृत्य नाटिका के जरिये शिव के विभिन्न रूपों का वर्णन कर सभी का मन मोह लिया। विविध विधाओं में गायन।
अभिषेक श्रीवास्तव ग्रुप ने मशहूर गीतों की श्रृंखला प्रस्तुत की। कलाकार नेहा श्रीवास्तव, आयुषी पांडेय और अभिषेक ने गीत- झिलमिल सितारों का आंगन होगा, जहां दाल दाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, आये हाय तेरी बिंदिया रे और एक युगल गीत- लड़ जइहें तो मानव मां कसक होइबे करि को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर तुलसी गौरव सम्मान अवधी लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी को दिया गया। उन्हे यह सम्मान अध्यक्ष हरिश्चन्द्र अग्रवाल और सचिव पं. आदित्य द्विवेदी तथा विधायक डॉ. नीरज बोरा, उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की पत्नी जय लक्ष्मी शर्मा ने अलंकृत किया। इसके साथ उन्हें रामचरित मानस की प्रति, स्मृति चिन्ह सम्मान स्वरूप भेंट किया गया।
चैती महोत्सव में मालिनी अवस्थी ने गीत- रेलिया बैरन पीया को लिए जाए रे दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया। इसके बाद उन्होंने हमका मिले रे बालम रे बालम छोटे से, कचौड़ी गली सून कैला बलमू जैसे गीतों की बौछार की। उन्होंने सोहर, नकटा, पचरा व चैती की प्रस्तुति दी। अंत में अपना मशहूर गीत- सइयां मिले लड़कियां मैं का करूं गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, अंत तक लोग फरमाइश करते रहे।