अगर आप समोसा, कचौड़ी, पकौड़ी सहित बाजार की अन्य तली हुई सामग्री खाने के रोजाना आदी हैं, तो यह खाद्य सामग्री आपको बीमार बना सकती है। डॉक्टर बताते हैं कि बार-बार उबलने वाला तेल ह्रदय के लिए जहर के समान है। इसमें ट्रांसफैट एसिड बन जाता है। जिससे ह्रदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
नगर में लगभग एक सैकड़ा से अधिक हलवाई की दुकान और रेस्टोरेंट हैं। यहां पर प्रतिदिन बनने वाले नाश्ते में कढ़ाई का तेल नहीं बदला जाता। तेल कम होने पर इसी में नया तेल बढ़ा दिया जाता है। सिविल अस्पताल के बीएमओ डाक्टर डीएस यादव ने बताया कि लगातार तेल उबलने से उसमे ट्रांसफैट एसिड बन जाता है। जिससे खून के थक्के जमने का खतरा तीस फीसदी ज्यादा बढ़ जाता, नालिकायें अवरुद्ध होती हैं। जिससे हृदयघात होने की संभावना बढ़ जाती है।
इसके अलावा इस तरह के तेल बनने वाली खाद्य सामग्री खाने से मोटापा एवं ब्लड प्रेशर और मधुमेह का खतरा भी 40 फ़ीसदी तक बढ़ता है। हृदय के नए मरीजों में बिगड़ा खान पान एक बड़ी वजह है।
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