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वर्ल्डकप 2015 के बाद नंबर 4 पर आजमाए गए 11 खिलाड़ी, अब मिला विराट को बुद्धिमान बल्लेबाज

 टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप 2015 के बाद जो 72 वन-डे इंटरनेशनल मैच खेले, उनमें 11 खिलाड़ियों को नंबर चार पर उतारा लेकिन पहली बार कप्तान विराट कोहली को लग रहा है कि टीम को इस महत्वपूर्ण नंबर पर अंबाती रायडू के रूप में एक बुद्धिमान बल्लेबाज मिला है. दिलचस्प बात यह है कि अंबाती रायडू केवल चार पारियों में नंबर चार पर खेलने के लिए उतरे हैं, जिनमें उन्होंने 72.33 की औसत से 217 रन बनाए हैं. इनमें वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में खेले गए चौथे वन-डे का शतक भी शामिल है. इस शतक के बाद कप्तान विराट कोहली और उप कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें इस स्थान के लिए सबसे उपयुक्त बल्लेबाज करार दिया है. 

विराट कोहली ने मैच के बाद कहा था, ”अंबाती रायडू ने मौके का पूरा फायदा उठाया. हमें 2019 वर्ल्ड कप तक उसका समर्थन करने की जरूरत है. वह खेल को अच्छी तरह से समझता है, इसलिए हमें खुशी है कि कोई बुद्धिमान बल्लेबाज नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहा है.” 

एशिया कप में कोहली की अनुपस्थिति में अंबाती रायडू नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे जहां उन्होंने निरंतरता दिखाई थी. अब कप्तान की वापसी के बाद उन्हें नंबर चार पर आजमाया गया जिसमें वह खरे उतरे हैं. इसलिए एशिया कप में कप्तान रहे रोहित शर्मा को लगता है कि भारत की लंबे समय से चली आ रही नंबर चार की समस्या सुलझ गयी है. 

रोहित शर्मा ने कहा, ”उम्मीद करता हूं कि उसने चौथे नंबर को लेकर सभी रहस्य सुलझा दिए हैं. मुझे लगता है कि विश्व कप तक अब चौथे नंबर को लेकर कोई बात नहीं होगी.” विश्व कप अगले साल इंग्लैंड में खेला जाएगा. अंबाती हाल के इंग्लैंड दौरे पर नहीं जा पाए थे, क्योंकि वह यो-यो टेस्ट में नाकाम रहे थे. 

धोनी ने 11 पारियों में बनाए 361 रन
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए पिछले विश्व कप के बाद भारत ने 11 बल्लेबाजों को नंबर चार पर उतारा. इनमें से महेंद्र सिंह धोनी सर्वाधिक 11 पारियों में इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे, जिनमें उन्होंने 32.81 की औसत से 361 रन बनाए. धोनी हालांकि पिछले कुछ समय से फॉर्म से जूझ रहे हैं जिसके कारण उन्हें वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए नहीं चुना गया. 

रहाणे ने 10 पारियों में बनाए 420 रन
अंजिक्य रहाणे को एक समय नंबर चार के लिए आदर्श बल्लेबाज माना जाता था, लेकिन वह निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे. रहाणे ने नंबर चार पर 10 पारियों में 46.66 की औसत से 420 रन बनाए, जिसमें चार अर्धशतक शामिल हैं. रहाणे फिलहाल वन-डे टीम से बाहर हैं. 

युवराज ने 9 पारियों में बनाए 358 रन
युवराज सिंह भी इस बीच 9 पारियों में नंबर चार पर उतरे और उन्होंने 44.75 की औसत से 358 रन बनाए, जिसमें 150 रन की एक पारी भी शामिल है. युवराज सिंह इस पारी के अलावा कुछ खास जलवा नहीं दिखा पाए थे, जिससे उन्हें टीम में अपना स्थान गंवाना पड़ा. 

कार्तिक ने 9 पारियों में बनाए 264 रन
दिनेश कार्तिक (9 पारियों में 52.80 की औसत से 264 रन) अब भी इस स्थान पर अपना दावा ठोकने की कोशिश कर सकते हैं. हालांकि, ऋषभ पंत के आने से टीम में उनकी जगह पक्की नहीं हो पाई है. महेंद्र सिंह धोनी को भी अभी सिर्फ टी-20 से ही बाहर किया गया है. वन-डे टीम में महेंद्र सिंह धोनी अब भी अपनी जगह बनाए हुए हैं. 

मनीष-पांड्या-राहुल-जाधव भी रहे असफल
इनके अलावा मनीष पांडे (सात पारियों में 183 रन), हार्दिक पांड्या (पांच पारियों में 150 रन), मनोज तिवारी (तीन पारियों में 34 रन) लोकश राहुल (तीन पारियों में 26 रन) और केदार जाधव (तीन पारियों में 18 रन) भी इस बीच चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे लेकिन प्रभावित करने में असफल रहे. 

बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वनडे में अंबाती रायडू के शानदार शतक ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया है. यह उनके अंतरराष्ट्रीय करियर को गोल्डन पीरियड है. 2013 में 27 वर्ष की उम्र में अंबाती रायडू ने अंतरराष्ट्रीय करियर में डेब्यू किया था. कुछ अर्द्धशतक और शतक लगाने के बावजूद उनका करियर कभी रफ्तार नहीं पकड़ पाया, लेकिन 2018 में आईपीएल में रायडू एक बार फिर से चमके. 

32 साल की उम्र में इस क्रिकेटर ने इसके बाद से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया. एशिया कप में हाल ही में रायडू ने 10 मैचों में तीन अर्द्धशतक लगाए. अब वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाकर उन्होंने एक बार फिर यह साबित किया कि उनमें कंसीस्टेंसी है और वह लंबी पारी खेल सकते हैं. 17वें ओवर में विराट कोहली के आउट होने के बाद अंबाती रायडू क्रीज पर आए. उन्होंने धीमे-धीमे पारी को आगे बढ़ाना शुरू किया. 51 गेंदों पर उन्होंने अपना अर्द्धशतक पूरा किया. अब समय था रनों की गति बढ़ाने का. अगली 12 गेंदों पर रायडू आक्रामक ढंग से बल्लेबाजी की. पहले उन्होंने मार्लोन सैमुअल्स की एक गेंद की छक्के के लिए रवाना किया. इसके बाद फेबिन एलेन की गेदों को सीमा पार चौके के लिए भेजा. वह 64 गेंदों पर 75 रन बना चुके थे. उन्होंने अपना शतक 80 गेंदों पर पूरा किया. 

अंबाती रायडू की इस पारी ने उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर करियर को एक नई उड़ान दी और साथ ही अगले विश्व कप में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की समस्या का भी स्थाई समाधान सुझा दिया. इसके साथ ही युवराज सिंह की इस नंबर पर वापसी की संभावना भी लगभग समाप्त हो गई है

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