नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुदुच्चेरी में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना गुरुवार की सुबह शुरू होगी और रुझानों के सुबह 11 बजे उपलब्ध होने की उम्मीद है।
दोपहर तक साफ हो जाएगी तस्वीर
माना जा रहा है कि संबंधी तस्वीर दोपहर 12 बजे तक साफ हो जाएगी कि पांचों राज्यों में बड़ा खिलाड़ी बनकर कौन उभरेगा। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि मतगणना सुबह आठ बजे से अपराह्न तीन बजे तक होगी।
निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार डाक मतपत्रों की गिनती के आधे घंटे बाद ईवीएम से मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों एवं उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों की मौजूदगी में ‘मत इकाई’ का स्विच चालू किया जाता है और ‘रिजल्ट’ कमांड की ‘की’ दबाई जाएगी ताकि प्रति मशीन परिणाम प्राप्त किए जा सकें।
जहां ‘वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल’ (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल किया गया है वहां मतगणना एजेंट मतदान मशीन से जुड़े ड्रॉप बॉक्स में कागज की पर्चियों की गणना की मांग कर सकते हैं लेकिन अंतिम गणना निर्वाचन अधिकारी ही करता है। परिणामों की घोषणा के बाद विजेता उम्मीदवारों के नामों का राजमत्र में उल्लेख किया जाएगा। राजपत्र अधिसूचना राज्यों में आगामी विधानसभाओं के गठन की प्रक्रिया शुरू करेगी।
क्या कहा सर्वेक्षणों ने
टी वी चैनलों में 16 मई को दिखाए गए चुनाव बाद के विभिन्न सर्वेक्षणों के अनुसार असम, तमिलनाडु और केरल ने परिवर्तन के लिए मतदान किया है और पूर्वोत्तर राज्य में कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखाकर भाजपा के पहली बार सरकार गठित करने की संभावना है। चुनाव बाद के सर्वेक्षणों के अनुसार कांग्रेस को केरल में भी हार का सामना करना पड़ेगा। तमिलनाडु में द्रमुक के अन्नाद्रमुक को हराकर सत्ता प्राप्त करने की उम्मीद है। चुनाव बाद के सर्वेक्षणों के अनुसार केवल पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस का लगातार दूसरी बार चयन होगा।
सर्वेक्षणों में कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि उसे केंद्र शासित प्रदेश पुदुच्चेरी में जीत मिलने की उम्मीद है जहां उसके और द्रमुक के गठबंधन के सत्ता में आने की संभावना है। चुनाव बाद सर्वेक्षण सोमवार को तमिलनाडु और केरल में मतदान समाप्त होने के बाद यानी पांचों राज्यों में मतदान समाप्त होने के बाद जारी किए गए।