इंदौर। एक व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद परिवारजनों ने दोपहर बाद शव यात्रा निकालने की तैयारी कर ली और रिश्तेदार व परिचित भी निवास पर जमा हो गए थे, परंतु जैसे ही पारिवारिक चिकित्सक ने जांच की तो वह उठकर बैठ गए और लोगों से बातचीत भी करने लगे। इस दौरान परिवारजनों को भी आश्चर्य हो गया और वे उठ कर खड़े हो गए। मामला यह है कि पूर्व होमगार्ड कंपनी कमांडर रामचंद्र पिता शंकर दवे (ग्राम-ब्राहम्ण टुकड़ा) निवासी 103 इंदिरा गांधी नगर, आरटीओ रोड को बीमारी के चलते इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। चिकित्सकों द्वारा जांच करने के बाद परिजनों को मौत होने की सूचना दी गई। जिसके बाद पूरे घर में शोक की लहर छा गई। परिजनों ने अपने मित्रों, रिश्तेदारों और परिचितों को भी दवे साहब के निधन की सूचना दे दी जिस पर उनके निवास इंदिरा नगर में परिचितों रिश्तेदारों का जमावड़ा लगने लगा।दोपहर बाद उनके निवास स्थान से रामबाग मुक्तिधाम तक शव यात्रा ले जाने की तैयारी शुरू हो गई थी, सुबह से ही परिवारजनों का जमावड़ा वहां लगने लगा। जैसे ही परिवार के एक चिकित्सक शव यात्रा में शामिल होने के लिए उनके निवास पर पहुंचे और उन्होंने दवे जी को चेक किया, तो उनकी सांसे चल रही थी, इसी बीच वे उठ कर बैठ गए और जमा हुए लोगों से बातचीत करने लगे। फिलहाल चिकित्सकों द्वारा उन्हें आब्जर्वेशन में रखा गया है।