शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी का कहना है कि राम मंदिर मुद्दे पर अपना पक्ष वापस लेने के लिए बोर्ड पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। इसके लिए तरह-तरह के तरीके अपनाए जा रहे हैं।
पहले दाऊद इब्राहीम द्वारा मुझे मारने की धमकी दी गई। फिर दाऊद के पांच लोग मेरी हत्या करवाने के लिए भेजे गए जो कि गिरफ्तार कर लिए गए फिर पाकिस्तान से जमाअते इस्लामी से धमकी भरा मेल आया जिसमें कहा गया कि मेरी मौत पर पाकिस्तान में जश्न मनाया जाएगा। रिजवी ने कहा कि शिया वक्फ बोर्ड अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने का समर्थन करता है। शिया वक्फ बोर्ड भारतीय संविधान व कानून के अनुसार कार्य करता है। ये किसी आतंकी या किसी फतवे से डरकर नहीं झुकेगा।
आपको बता दें कि शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने का समर्थन करते हुए हलफनामा दायर किया है। रिजवी का कहना है कि हलफनामा वापस लेने के लिए उन पर अन्तर्राष्ट्रीय मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। रिजवी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में शिया वक्फ बोर्ड के सुन्नी पक्षकारों से अलग रूख रखने से बाबरी के पैरोकारों का पक्ष कमजोर पड़ गया है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि अयोध्या में राम मंदिर बनाया जाना हिंदू समाज का अधिकार है।