राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा ‘मुझे बहुत खुशी हो रही है की उद्धव जी अयोध्या गए. राम मंदिर किसी एक का राजनीतिक मुद्दा नहीं है. राम मंदिर बनना चाहिए. यह तमाम हिंदू समाज की ख्वाहिश है. प्रभु श्रीराम भारत के देव हैं. उद्धव जी ने अयोध्या जाकर श्रीराम का दर्शन लिया है, उन्हें प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद मिलेगा. हमें खुशी है कि वह वहां पर गए.’
बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आशीर्वाद उत्सव के लिए शनिवार को अयोध्या पहुंचे थे. उन्होंने शनिवार को ही लक्ष्मण किला पहुंच कर साधु संतों से मुलाकात की थी और वहां पूजा-अर्चना की थी. इसके बाद उन्होंने पत्नी रश्मि ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे के साथ सरयू की आरती भी की थी. उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास को राम मंदिर के लिए चांदी की ईंट भी सौंपी थी.
आशीर्वाद उत्सव के लिए शनिवार को अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज (25 नवंबर) भगवान राम के जन्मस्थान जाकर रामलला के दर्शन किए. उनके साथ उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद रहे. दर्शन करनेे के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर था, है और रहेगा, लेकिन दिख नहीं रहा है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए. राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए.
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक बीजेपी राम मंदिर क्यों नहीं बनवा सकी. अगर मामला अदालत के पास ही जाना है तो चुनाव के प्रचार के दरम्यान उसे इस्तेमाल ना करें और बता दो कि भाइयों और बहनों हमें माफ करो ये भी हमारा एक चुनावी जुमला था. हिंदुओं और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ ना करें, मैं यही कहने यहां आया हूं.
शिवसेना प्रमुख ने कहा ‘मैंने सुना था कि मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा कि मंदिर था, है और रहेगा. ये तो हमारी धारणा है, हमारी भावना है. दुख इस बात का है कि वो दिख नहीं रहा. वो मंदिर दिखेगा कब. जल्द से जल्द उसका निर्माण होना चाहिए.’ उन्होंने कहा ‘चुनाव के वक्त राम-राम, बाद में आराम-आराम. इस शीतकालीन सत्र में कानून लाओ राम मंदिर बनाओ. हम साथ देंगे. कानून बनाओ. कुछ भी करो. मंदिर बनाओ. बहुत हुआ, हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करना बंद करो. बीजेपी ने घोषणा पत्र में लिखा है कि संविधान के दायरे में राम मंदिर के लिए संभावना के प्रयास करेंगे. अगर कानून पर निर्भर हैं तो चुनाव में मंदिर का इस्तेमाल न करें.
उन्होंने कहा ‘बार-बार कहा जाता है कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन कब बनाएंगे. हिंदुत्व ना मार खाएगा और ना ही चुप रहेगा.’ उन्होंने कहा कि हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं होने देंगे. दुख हुआ कि मैंने रामलला के दर्शन किए या जेल के. उन्होंने कहा कि कल मुझे साधु-संतों ने आशीर्वाद दिया. मैंने उनसे कहा कि हम जिस कार्य की शुरुआत करने जा रहे हैं, वह आप लोगों के बिना पूरा नहीं हो सकता. अयोध्या आने के पीछे मेरा कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं है. मैं यहां देश-दुनिया के हिंदुओं की भावनाओं का प्रकट करने आया. सभी राम मंदिर का इंतजार कर रहे हैं.