श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगाकारा ने कहा कि यह कहना गलत है कि भारतीय क्रिकेट टीम कप्तान विराट कोहली पर ज्यादा निर्भर है। उन्होंने इंग्लैंड में पहले दो टेस्ट मैचों में भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन के लिए तैयारी की कमी को जिम्मेदार ठहराया। इंग्लैंड ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में बर्मिघम और लॉर्ड्स में खेले गए पहले दो टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की, लेकिन भारतीय टीम के लिए बड़ी परेशानी की बात यह है कि सिर्फ कोहली ही रन बनाने में सफल रहे हैं।
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे भी अच्छे बल्लेबाज हैं। पुजारा का टेस्ट क्रिकेट में औसत 50 का है, रहाणे का भी विदेशों में 50 का औसत है। टीम में लोकेश राहुल भी हैं, जो फॉर्म में होते हैं, तो शानदार खेलते हैं। मुरली विजय, शिखर धवन, दिनेश कार्तिक को भी कमतर नहीं आंका जा सकता। टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय टीम ने सिर्फ एक अभ्यास मैच खेला था, जिसे तीन दिनों का किए जाने पर विवाद भी हुआ।
संगाकारा का मानना है कि भारत को कम अभ्यास का खामियाजा भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम ने यहां संघर्ष किया है, जिसकी एक वजह तैयारियों में कमी हो सकती है। इसलिए उन्हें वास्तव में कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, क्योंकि आप टेस्ट मैचों में खेलते समय तैयारी नहीं कर सकते हैं। आपको अभ्यास मैचों और प्रशिक्षण के दौरान इंग्लैंड के गेंदबाजों का तोड़ ढूंढ कर अपना आत्मविश्वास बढ़ाना होगा।
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने उपमहाद्वीप की टीमों की कमजोरी का फायदा उठाया है, जिसने भारतीय खिलाडि़यों के लिए जवाब से अधिक सवाल खड़े किए। लॉर्ड्स में बारिश से प्रभावित मैच में भारतीय टीम तकनीकी तौर पर दो दिन के अंदर पारी और 159 रन से हार गई। पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने इसके लिए हालात और टीम चयन को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा, ‘भारत के लिए टॉस के समय से ही स्थिति मुश्किल हो गई थी।
दूसरे दिन परिस्थितियां गेंदबाजी के लिए शानदार थीं। जेम्स एंडरसन और क्रिस वोक्स ने इसका फायदा उठाया और भारतीय टीम 107 रन पर सिमट गई। अगले दिन हालात बल्लेबाजी के लिए बेहतर हो गए। मुहम्मद शमी शानदार गेंदबाजी कर रहे थे फिर भी वापसी करना मुश्किल था।
लॉर्ड्स के मैच के लिए भारत को (धवन की जगह पुजारा को शामिल करने के अलावा) बर्मिघम की टीम के साथ ही उतरना चाहिए था या उसी गेंदबाजी आक्रमण के साथ। हार्दिक की जगह टीम एक अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज को उतार सकती थी।