श्रीमंदिर संस्कार के लिए नियोजित जाच कमीश्नर जस्टिस पीके दास ने कहा है कि मंदिर परिचालन में किसी तरह की बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसे सुनिश्चित करने के लिए जो भी किया जा सकेगा वो करने के लिए तैयार हैं। जस्टिस दास ने कहा कि करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र रहे भगवान जगन्नाथ ओड़िआ जाति के आराध्य होने के साथ इस संस्कृति की पहचान हैं। अत: श्री मंदिर में पूजा अर्चना से लेकर अन्य नीति में बाधा डालने का अधिकार किसी को भी नहीं है। हर कोई अपनी जिम्मेदारी के अनुसार काम करे । जस्टिस दास ने कहा कि इससे पहले भी पुरी में कई बार जाच कमीशन बैठाई गई है लेकिन यह पहली बार होगा कि श्री मंदिर संस्कार को लेकर कमीशन बैठाया गया है इससे कमीशन का महत्व बढ़ जाता है।
उधर, निलाद्री बिजे प्रकरण में पुलिस ने नामजद सेवायतों की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह छापा मारने का काम जारी रखा है। इस बीच दो सेवायत गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस द्वारा सेवायतों के घरों और संबंधियों के घरों की जिस तरह से तलाशी ली जा रही है उस पर सेवायत संघ ने नाराजगी जताई है। छतिसा नियोग की ओर कहा गया है कि पुलिस सेवायतों के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार कर रही है। जाच के नाम पर घरों में जबरन घुसना कहा का न्याय है। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई रही है और जल्द ही अभियुक्तों को पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश भी दिए हैं।
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