लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगरा में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए भाजपा सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा बल्कि तीनों को एक ही लाइन में खड़ा करने का काम किया।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा का आतंक कांग्रेस और भाजपा की देन है। पहले केंद्र और बाद में भाजपा सरकार ने उसे नहीं रोका। दोनों को राज्यसभा में समर्थन चाहिए था।
उन्होंने अल्पसंख्यकों से इन सभी राजनीतिक दलों से सावधान करते हुए कहा कि उन्हें अपना बहुमूल्य वोट बसपा को देकर बहुमत की सरकार बनानी होगी तभी प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार हो सकता है और विकास भी।
उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस गठबन्धन मिलकर चुनाव लड रहे ताकि प्रदेश में सपा सरकार में जो कुछ हो रहा है वह भविष्य में भी होता रहे और इस बार सपा व कांग्रेस मिलकर दोनों प्रदेश की सत्ता का सुख भोग सकें। इन दानों ही दलों का जनता से सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने एकजुट होकर बसपा का समर्थन नहीं किया और वे बिखर गए तो इसका सीधा लाभ भाजपा कों मिलेगा। मायावती आगरा में आगरा व मथुरा जिले की सभी विधानसभा सीटों की संयुक्त रैली को समबेधित करते हुए कहा कि सपा की सरकार बनते ही कब्जे, चोरी, लूट, डकैती ने प्रदेश को झकझोर दिया।
मुजफ्फरनगर, दादरी और मथुरा के जवाहर बाग जैसे कांड हो गए। बुलंदशहर में रेपकांड ने कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा डालीं। कांग्रेस ने उसे नहीं रोका। केंद्र में सरकार आने के बाद भाजपा भी अपना चुनावों में किया वादा भूल गई। मायावतीने याद दिलाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव की रैलियों में खुद पीएम मोदी ने कहा था कि यूपी में अपराध नहीं रुके तो वे प्रदेश सरकार पर कार्यवाही करेंगे।
परन्तु केन्द्र की सत्ता पाते ही मोदी ने जो कुछ प्रदेश की जनता से वादा किया था उसके बारे में कुछ भी नहं किया। क्योंकि मोदी को दोनों ही दलो का केन्द्र में समर्थन चाहिए था। इन सभी स्थितियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यूपी पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है। मायावती ने केद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर जबर्दस्त हमला बोला और कहा कि केन्द्र सरकार के इस फैसले से अभी तक 90 प्रतिशत गरीब, किसान, मजदूर ऊपर नहीं उठ पाए हैं।
लाखों बेरोजगार हो गए हैं। कालेधन के नाम पर गरीबों का पैसा जमा कराया। लेकिन अभी तक नहीं बताया कि कितना पैसा जमा हुआ। उन्होंने पीएम पर विजय माल्या और व्यापमं घोटाले के आरोपियों को बचाने का आरोप भी जड़ा है। साथ ही मुस्लिमों को सावधान रहने को कहा। माया ने रैली में हर वर्ग के लिए वादों का पिटारा भी खोला।