फैजाबाद। बसपा सुप्रिमों मायावती ने कहा कि सपा, कांग्रेस व भाजपा दलित विरोधी है। कहा कि नोटबंदी कर मोदी सरकार ने करोड़ों लोगों को रोजगार से वंचित किया है। प्रदेश में सपा सरकार गुंडों की सरकार है, महिलाओं की आबरू सुरक्षित नही है।
मायावती बुधवार को शहर के जीआईसी मैदान में जिले के पांचों विधान सभा में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के समर्थन में सभा में सभी को जिताने की अपील किया। लेकिन एक भी प्रत्याशी का नाम नही लिया। मायावती ने पहले अपने निशाने पर सपा, कांग्रेस गठजोड़ को रख कर खरी खोटी सुनाई तो बाद में बीजेपी पर चढ़ी तो पीएम मोदी का भूत सिर पर चढ़ कर बोला।
कहा कि मोदी जादूगर है केवल जुमलेबाजी करते है, जबकि अखिलेश की सरकार अराजक सरकार के रूप में पांच साल से काम कर रही है।
मायावती ने कहा कि सपा की गुटबाजी से एक दूसरा गुट एक दूसरे प्रत्याशी को हराने का काम कर रहे है इसलिए मुस्लिमों को एकजुट होकर बसपा के पक्ष में मतदान करना चाहिए। कहा कि सपा भ्रष्ट, साम्प्रदायिक और गुंडो की सरकार के रूप में काम कर रही है। जिससे जनता परेशान है।
कहा कि भाजपा के सामने कोई भी मुख्यमंत्री का चेहरा नही है। कहा कि उनकी सरकार में कानून की सरकार बन रही है। कहा कि इस बार बसपा की ही सरकार बन रही है। कहा कि लोकसभा चुनाव में मोदी ने जो जनता से वायदा किया था कि काला धन आऐगा और गरीबों के खाते में 10 से 15 लाख रूपया आऐगा किसी के खाते मंे रूपया नही आया है न ही किसी किसान का कर्ज माफ किया गया है। सभा से पूर्व मंच पर मायावती के पहुंचने पर चुनिंदा लोगों ने स्वागत किया।
ग्राउन्ड में भीड़ अपेक्षा से कम आने को भाप कर बसपा सुप्रिमों के भाषण में वही पुराना घिसा पिटा भाषण सुनाया, करीब 45 मिनट के भाषण के बीच में ही लोग उठ उठ कर जाने लगे। सभा में दुरूव्यवस्था चरम सीमा पर दिखी। बीच में कुर्सियां खाली दिखी। बीबीएफ के कार्यकर्ता लोगों को रोकते दिखे लेकिन लोग उठे तो रूकने का नाम ही नही ले रहे थे। सभा में आसपास के जिलों से भी भीड़ बुलवाई गई थी इसके बाद भी अपेक्षा से कम भीड़ जुटी मानी गई। जबकि पिछली बार इससे अधिक भीड़ बसपा सुप्रिमों की सभा में दिखी थी।
सभा में काफी महिलाएं एक झलक पाने के लिए लालायित रही जैसे ही मंच पर अपने नेता को देखा वैसे ही वापस होकर सभा से वापस होने लगी। सुप्रिमों की सभा में बसपा के छोटे नेताओं को मंच पर नही जाने दिया गया, मंच पर केवल पांचों प्रत्याशी सहित संगठन के चुनिंदा लोग ही दिखे। मायावती ने बुधवार को मोदहा में दुराचार के बाद झाडि़यों में फेंकी बच्ची का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार तो कुछ नही कर रही लेकिन पुलिस और प्रशासन को तो कुछ करना चाहिए।