आज तक आपने लोगों को अपने कुत्ते, बिल्ली, तोते जैसे अन्य कई जानवरों के लिए त्याग करते हुए तो सुना था लेकिन क्या आपने कभी किसी को सांड के प्यार में दीवाना देखा है या किसी के बारे में सुना है? नहीं ना… सुनकर आप भी ये ही सोच रहे होंगे कि आखिर सांड के कारण कोई क्या त्याग करेगा तो हम आपको बता दें एक महिला ने सांड के चक्कर में शादी ना करने का फैसला लिया है.
जी हाँ…. जिस महिला की हम बात कर रहे हैं वो तमिलनाडु के मुदरै जिले की रहने वाली सेल्वरानी कनगारासू है. सेल्वरानी की उम्र अभी 48 साल है लेकिन उन्होंने बहुत ही कम उम्र में शादी ना करने की ठान ली थी. सेल्वरानी कनगारासू ने एक सांड पाला हुआ है और वो चाहती है कि उनका सांड हमेशा जल्लीकट्टू प्रतियोगिता में हिस्सा ले. आपको बता दें जल्लीकट्टू एक ऐसा खेल है जिसमें बड़े-बड़े सांड को वश में किया जाता है. सेल्वरानी ऐसा इसलिए करना चाहती थी ताकि वो अपने परिवार की इस परंपरा को आगे बड़ा सके.![]()
सूत्रों की माने तोसेल्वरानी कनगारासू के परिवार के लोग इस परंपरा को पूरा करने के लिए सांड पालते थे और उनका ऐसा मानना है कि सांड को पालना किसी बच्चें को पालने के सामान होता है. इस बारे में बात करते हु सेल्वरानी कनगारासू ने कहा कि, ‘उनके दोनों ही भाइयों के पास सांड की देखरेख करने का टाइम नहीं था. उनके भाई ये सब नहीं कर पाए तो ये जिम्मेदारी उन्होंने ही उठा ली.’ अब सेल्वरानी ये काम करके खुद पर गर्व महसूस करती है और उनका कहना है कि वो बहुत खुश भी है.
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