आज तक आपने ये तो सुना होगा कि किसी मंदिर के पट साल में एक बार खुलते है या किसी गार्डन को एक बार साल में खोला जाता है लेकिन क्या अपने कभी किसी ऐसी दुकान के बारे में सुना जो साल में एक बार खुलती हो? अब तो आप भी ये ही सोच रहें होंगे कि आखिर ये दुकान ऐसी कौनसी कीमती चीज़ की है जो सिर्फ साल में एक ही बार मिलती है. तो अब आप कुछ ज्यादा ही सोच ले इससे पहले हम आपको बता दें इस दुकान पर मालपुए मिलते है.
मालपुए की ये दुकान उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में है जिसे खुलने का लोग सालभर इंतजार करते हैं. पिछले आठ से ये दुकान बाजार में अपनी खास जगह बनाए हुए है. दुकान के मालिक का नाम है ओमप्रकाश पालीवाल जो अपनी मालपुए की दुकान को साल में सिर्फ एक बार ही खोलते हैं. ओमप्रकाश पालीवाल ने अपनी दुकान की खासियत के बारे में बताते हुए कहा कि इस दुकान को उनके खानदान की चार पीढ़ियां चलाती आ रही हैं. ये दुकान हर साल में सिर्फ एक दिन यानि हरियाली अमावस्या के दिन ही खुलती है.
हरियाली अमावस्या के दिन खुलने वाली मालपुए की इस दुकान में भारी संख्या में ग्राहक मौजूद रहते है. दुकान पर भीड़ होने की भी दो खास वजह है पहली तो ये कि यहाँ मालपुए जैसे स्वादिष्ट व्यंजन खाने के लिए भीड़ मौजूद रहती हैं और दूसरा ये कि ये दुकान साल में सिर्फ एक बार ही खुलती है. दुकान के मालिक ने ये भी बताया कि वो अपनी दुकान में पुराना हाथों से बना ताला ही लगाते हैं. हालांकि इस दौरान उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि आखिर क्यों ये दुकान साल में एक ही बार खुलती है.