तन्वी सेठ उर्फ सादिया अनस सिद्दिकी के पासपोर्ट के मामले में ट्विटर पर ट्रोल किए जाने की शिकार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बाजी ही पलट दी।
उन्होंने ट्विटर पर एक पोल शुरू करके यूजर्स से पूछा कि वह ऐसी ट्रोलिंग को मंजूरी देते हैं। विदेश मंत्री ने रविवार को जिस पोल को शुरू किया उसमें शाम तक 110,000 लोगों ने शिरकत की।
इसमें से 57 फीसद लोगों ने सुषमा स्वराज का समर्थन किया। जबकि 43 फीसद लोगों ने ट्रोल का समर्थन किया है।
कई दिनों से ट्रोलिंग का शिकार हो रही सुषमा स्वराज के लिए पानी सिर से ऊपर तब चला गया जब एक ट्विटर यूजर ने उनके पति से कहा कि वह उन्हें पीटें और उन्हें सिखाएं कि वह मुस्लिम तुष्टीकरण बंद करें।
इस ट्वीट के स्क्रीन शॉट को सुषमा स्वराज के वकील पति कौशल स्वराज ने रीट्वीट किया है। उन्होंने कहा, ‘जिस व्यक्ति ने ऐसा ट्वीट किया है, उसके शब्दों ने हमारे परिवार को असहनीय दर्द दिया है।
मैं आपको बता दूं कि मेरी मां का निधन कैंसर से 1993 में हुआ। सुषमा सांसद थीं और पूर्व शिक्षा मंत्री थीं लेकिन वह एक साल तक अस्पताल में रहीं।
उन्होंने किसी नर्स को लगाने से भी इन्कार कर दिया और मेरी मां का व्यक्तिगत रूप से ख्याल रखा। वह अपने परिवार के लिए इतनी समर्पित हैं।
मेरे पिता की इच्छानुसार उन्होंने ही मेरे पिता की चिता को मुखाग्नि दी। हम सभी उनका बहुत सम्मान करते हैं। हम कानून और राजनीति की पहली पीढ़ी हैं।
हम उनके जीवन से ज्यादा और किसी चीज के लिए प्रार्थना नहीं करते।’ सुषमा स्वराज कुछ समय से अपने खिलाफ चलाए गए बेहद आपत्तिजनक ट्वीट्स को रीट्वीट करके लोगों से पूछती रही हैं कि क्या ऐसे ट्वीट करना उचित है?
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि मित्रों, मैंने कुछ ट्वीट लाइक किए हैं। ऐसा पिछले कई दिनों से चल रहा है। क्या आप ऐसे ट्वीट को पसंद करेंगे।