लखनऊ। भारतीय निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने गुरुवार को यहां बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बड़े लेनदेन पर आयकर विभाग की नजर है।
उन्होंने बताया कि चुनाव में धन के दुरुपयोग को रोकने के लिए 900 आयकर अधिकारियों की फौज तैनात की गयी है।
राजधानी स्थित योजना भवन में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बताया कि प्रदेश के छह हवाई अड्डों पर भी इंटेलीजेंस यूनिट लगी हैं, जो बड़े ट्रांजेक्शन पर नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा बैंकों के माध्यम से भी बड़े लेनदेन को देखा जा रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि, भारत-नेपाल सीमा और अंतरराज्यीय सीमाओं पर चैकसी बढ़ाई जाएगी और शराब वितरण पर रोक लगाने की कोशिश की जाएगी। चुनाव में शराब वितरण की अधिक सम्भावना है, आबकारी विभाग इस पर पूरी नजर रखेगा।
उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव बिना किसी भेदभाव के होगा, जो भी शिकायतें आई थीं उन्हें हम देख रहे हंै। दोषी पाए जाने पर कार्यवाई की जाएगी। अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी निगाह रखी जाएगी ताकि कोई भेदभाव ना हो। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है की डराने-धमकाने की वारदात पर नजर रखें।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि निर्वाचन आयोग को जानकारी मिली है कि प्रदेश में तैनात कुछ अधिकारियों के रिश्तेदार भी चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उन अधिकारियों पर भी आयोग की नजर है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग हर हाल में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्रीय बल प्रदेश में पहंुच चुकी है। उन्होंने मतदाताओं से कहा है कि जो लोग शाम 5 बजे तक मतदान केंद्र पर जायेंगे वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा, जरुरत पड़ने पर एयर एम्बुलेंस का भी इस्तेमाल होगा।
एक सवाल के जवाब में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि विस्थापित लोगों को वोट देने के लिए सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में तीसरे और चैथे चरणों में 24 जिलों जिलों में 122 विधानसभा क्षेत्रों के लिए क्रमशः 19 और 23 फरवरी को मतदान होना है।
इन चरणों में मतदाताओं की कुल संख्या 4.25 करोड़ है। इन दोनों चरणों में 44 विधानसभा क्षेत्रों को आयोग संवेदनशील मानकर चल रहा है। श्री जैदी ने बताया कि संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को जेलों का गहन निरीक्षण करने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि चुनाव को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए प्रदेश में निरोधात्मक कार्रवाई भी तेजी से चल रही है। लाखों की संख्या में लाइसेंसी हथियार भी जमा कराये जा रहे हैं।
चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था और सामाजिक समरसता को बनाये रखने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किये गये हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में विधानसभा के चुनाव सात चरणों में 11 फरवरी से आठ मार्च तक होंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में आगरा में प्रथम और द्वितीय चरण के चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की थी।
लखनऊ में दो दिन प्रवास के दौरान चुनाव आयोग ने बुधवार और गुरुवार को तीसरे और चैथे चरण के चुनावों की तैयारियों की समीक्षा किया। तीसरे और चैथे चरण के जिलों में फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, प्रतापगढ, कौशाम्बी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर और रायबरेली शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि लखनऊ में दो दिन के दौरे के दौरान उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। इस दौरान राजनीतिक दलों ने कई सुझाव दिये हैं। श्री जैदी ने कहा कि चुनाव आयोग उनके सुझावों और शिकायतों का संज्ञान लेगा।