कानपुर। यह एक 82 साल की बुजुर्ग महिला असल जिंदगी की कहानी है। पिछले 40 सालों से उसके परिवार ने मरा मान लिया गया था। अब वह इतने सालों बाद अचानक जिंदा होकर अपने घर लौट आई है।
जिले के बिधूना गांव की रहने वाली महिला विलासा को 1976 में एक सर्प ने काट लिया था। परिजनों ने ‘मौत’ समझकर उस शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया था। लेकिन एक चमत्कार की तरह महिला 40 सालों बाद शुक्रवार को अपने घर लौट आई।
महिला ने बताया कि सांप के काटने से उसकी मौत नहीं हुई थी। बल्कि वह केवल बेहोश हो गई थी। कुछ मल्लाहों ने उसकी जान बचाई और नजदीक गांव के एक मंदिर में ले गए।
82 साल की विलासा मझहावां जिले के इनायतपुर गांव की रहने वाली है। बताया, घास काटते समय सांप ने काट लिया था। जब वह लौटी तो उसके परिजनों ने उसको झांड़-फूंक करने वाले एक बाबा के पास ले गए। बाबा के सारे तरीके बेअसर साबित हुए और उसके बाद परिजनों ने समझा कि उसकी मौत हो गई है।
उसका शव गंगा में बहाकर परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन महिला का शव पानी में बहते हुए कन्नौज जिले की सीमा से लगते एक गांव में पहुंच गया और सरई ठेकू के निवासी रामशरण ने उसे एक नई जिंदगी दी।