भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद केंद्र सरकार ने पूर्व राजस्व सचिव शक्तिकांत दास को नया नवर्नर नियुक्त किया है. लेकिन दास की नियुक्ति पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ही आपत्ति जताई है. स्वामी ने कहा है कि शक्तिकांत दास की आरबीआई के गवर्नर के रूप में तैनाती बिल्कुल गलत है. स्वामी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति दर्ज की है.
मीडिया से मुखातिब होते हुए बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि शक्तिकांत दास ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिंदबरम के गलत कामों में साथ दिया था और बाद में जांच के दौरान उन्हें बचाने के लिए हर संभव कोशिश की थी. स्वामी ने कहा कि वे नहीं जानते कि सरकार ने दास को आरबीआई का गवर्नर किस आधार पर बनाया है.
बता दें कि शक्तिकांत दास राजस्व सचिव रह चुके हैं. वे 5वें वित्त आयोग के सदस्य है और जी-20 देशों में वे भारत की ओर से शेरपा नियुक्त हैं. “शेरपा” एक पद होता है, जो सदस्य देशों में समन्वय स्थापित करता है.
उर्जित पटेल ने सितंबर 2016 में रघुराम राजन के रिटारमेंट के बाद भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर पद का कार्यभार संभाला था. लेकिन उन्होंने 10 दिसम्बर, 2018 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
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