नई दिल्ली। देशभर में नोटबंदी के बाद से ही बैंकों और एटीएम मशीनों पर भारी भीड़ नजर आ रही है।
कुछ लोग एक से ज्यादा बार आकर अपने नोट बदलवा रहे हैं। इसको लेकर अब बैंक में नोट बदलवाने आने वालों को मतदान केंद्र की तरह उंगली पर स्याही लगाई जाएगी।
इस बारे में जानकारी देते हुए वित्त सचिव शक्तिकांत दास ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों में लगातार भीड़ देखी जा रही है।
कुछ लोग गरीब लोगों को लालच देकर गैंग बना रहे हैं और उन्हें बार-बार बैंक में नोट बदलवाने भेज रहे हैं। ऐसे में दूसरों को मौका नहीं मिलता, इससे निपटने के लिए बैंक में नोट बदलवाने और निकासी के लिए आने वालों की उंगली पर इंक लगाई जाएगी।
जनधन खातों पर भी नजर
दास ने आगे कहा कि यह भी देखने में आ रहा है कि सरकार द्वारा आम आदमी के खुलवाए गए जनधन खातों का गलत उपयोग हो रहा है ऐसे में सरकार उन पर भी नजर रखी जा रही है। अगर उनमें 50 हजार से ज्यादा रकम जमा हो रही है तो कार्रवाई होगी।
पुराने नोट ना लेने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई होगी
वित्त सचिव ने अस्पतालों द्वारा पुराने नोट ना लिए जाने की शिकायतों को लेकर कहा कि सभी सरकारी अस्पताल तय तारीख तक नोट लेने के लिए बाध्य हैं और अगर कोई ऐसा करने से मना करता है तो उसकी जानकारी दें हम कार्रवाई करेंगे।
नोट का रंग ना निकले तो समझो नकली
उन्होंने नोट के रंग निकलने की खबरों को लेकर कहा कि पुराने सभी नोटों पर विशेष इंक का उपयोग किया जाता है और उस इंक का नेचर ही होता है कि वो निकलती है। जब आप उसे गीले कॉटन से रगड़ेंगे तो वो इंक थोड़ी सी निकलेगी अगर ऐसा नहीं होता है तो मान लें वो नोट नकली है।