सेक्स एक ऐसी अनुभूति है जिसमें आप पूरी तरह से खो जाते हैं। लेकिन जब दोनों को सेक्स के आनंद में होना चाहिए, तब कई महिलाएं खुद को सेक्स के दौरान अहसनीय दर्द में पाती है। यह समस्या केवल लाखों लोगों को प्रभावित ही नहीं करती, बल्कि उम्र के साथ बदतर होती जाती है। वास्तव में अमेरिका में सेक्स सर्वे के अनुमान के अनुसार, सेक्सुअल पेन 20 प्रतिशत अमेरिकी महिलाओं को- 15 प्रतिशत मेनोपॉज से पहले और 33 प्रतिशत उसके बाद प्रभावित करता है।
‘जो डिवाइन’ – सेक्स टॉय कंपनी की फॉर्मर नर्स और सीओ-फाउंडर सामन्था इवांस कहती हैं कि इसके कारण भिन्न हो सकते हैं। दर्द योनि के आस-पास मसल्स के टाइट होने या प्रवेश से पहले कामोत्तेजना की कमी के कारण होता है। वह कहती है कि बहुत ज्यादा कॉपी पीने या बहुत अधिक स्ट्रॉबेरी खाने से इसका कारण हो सकता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि इन खाद्य पदार्थों में ऑक्सलेट्स नामक तत्व बहुत अधिक मात्रा में होता है- जो संवदेनशील महिलाओं के यूरीन मार्ग में जलन पैदा करता है। सेक्स महिला और उसके पार्टनर दोनों के लिए एक सुखद अनुभव होना चाहिए। सेक्स के दौरान दर्द को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। अगर आप सेक्स के दौरान या बाद में दर्द का अनुभव करते हैं, तो अपने डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
अक्सर आपका डॉक्टर समस्या का निदान कर आसानी से उसका समाधान कर देता है। हालांकि कई महिलाएं शादी और रिश्ते के टूटने के बाद सेक्स करने से बचती है। लेकिन अगर समस्या सच में दर्द को लेकर है तो अपने पार्टनर से इस बारे में खुल कर बात करें और एक दूसरे को समझते हुए सेक्स की प्रक्रिया में बदलाव करें। सेक्स के दौरान दर्द के कई कारण हो सकते हैं कुछ का इलाज आसानी से हो जाता है तो कुछ का समाधान करने में काफी समय लग जाता है।
आहार में ऑक्सलेट्स का उच्च स्तर के कारण संवदेनशील यूरीन मार्ग में जलन पैदा हो जाती है- पाइप से यूरीन शरीर से उत्सर्जित किया जाता है। जब बहुत ज्यादा ऑक्सलेट्स आंत के माध्यम से खून में अवशोषित होता है, वह कैल्शियम के साथ मिलकर तेज कैल्शियम-ऑक्सलेट्स बनाता है। यह शरीर में कहीं भी नाजुक ऊतकों के साथ जुड़कर, दर्द और नुकसान का कारण बनता है। जिन महिलाओं को इर्रिटेबल बॉउल सिंड्रोम (आईबीएस) की समस्या होती है वह आंतों की खराबी के कारण बहुत ज्यादा ऑक्सलेट्स को अवशोषित कर लेती है। 3-6 महीनों तक कम ऑक्सलेट्स आहार लेकर इसके लक्षणों में सुधार किया जा सकता है। उच्च ऑक्सलेट्स आहार में अजवाइन, कॉफी, सेम, बीयर, लीक, पालक, मीठा आलू और स्ट्रॉबेरी शामिल हैं।