सिडनी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज़ का आगाज़ छह दिसंबर से एडिलेड में होगा। इस सीरीज़ के शुरू होने से पहले ही पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज कप्तान रिकी पॉंटिंग ने कुछ भविष्यवाणियां की हैं।पॉंटिंग ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में एक खिलाड़ी है जो इस टेस्ट सीरीज़ में रन बनाने के मामले में विराट कोहली को भी पीछे छोड़ सकता है। इसके अलावा पॉंटिंग ने इस सीरीज़ के विजेता के बारे में भी बात की।
ये खिलाड़ी बनाएगा सबसे ज़्यादा रन
ऑस्ट्रेलिया जीतेगा ये सीरीज़
रिकी पॉंटिंग ने इस सीरीज़ के विजेता को लेकर बात करते हुए कहा, इसमें कोई संदेह नहीं कि इस सीरीज़ का विजेता ऑस्ट्रेलिया ही होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेजबान टीम इस सीरीज़ को 2-1 से अपने नाम करेगी। वहीं सबसे बेहतर गेंदबाज़ की बात करते हुए पॉंटिंग ने कहा कि इस सीरीज़ का सबसे बेहतर गेंदबाज़ भी एक ऑस्टेलियन ही होगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है जोश हेजलवुड़ इस सीरीज़ में सबसे शानदार प्रदर्शन करेंगे और वो ही इस श्रृंखला के सबसे उम्दा गेंदबाज़ भी रहेंगे।
इस वजह से पॉंटिंग को है ख्वाजा पर भरोसा
पॉंटिंग ने कहा. कोहली जब चार साल पहले ऑस्ट्रेलिया आए थे तो उन्होंने 86.50 के एवरेज से 692 रन बनाए थे। लेकिन, इस बार हालात अलग हैं। उस्मान ख्वाजा ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी की है। स्मिथ और वॉर्नर की गैरमौजूदगी में वो और बेहतर खेल दिखाएंगे।
कोहली को लेकर ऐसा बोले पॉंटिंग
विराट कोहली के बारे में पूछे गए एक सवाल पर पॉंटिंग ने कहा, इसमें कोई दो राय नहीं कि वो भी शानदार खेल दिखाएंगे। क्योंकि वो जहां भी जाते हैं वहां अपने खेल से लोगों का दिल जीत लेते हैं। पिछली बार जब वो यहां आए थे तो उन्होंने साबित भी कर दिया कि वो कैसे प्लेयर हैं। अगर एडिलेड और पर्थ में बॉलर्स के लिए कुछ (विकेट पर हरी घास) हुआ तो कोहली को दिक्कत हो सकती है।
इस वजह से पॉंटिंग ने ख्वाजा को रखा आगे
ख्वाजा की तरफदारी करते हुए पॉंटिंग ने आगे कहा, वो इस वक्त अपने सबसे अच्छे दौर और फॉर्म में चल रहे हैं। मुझे लगता है कि इस सीरीज में वो सबसे ज्यादा रन बनाएंगे। इतना ही नहीं वो ही मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी अपने नाम करेंगे। ऑस्ट्रेलिया में ख्वाजा का रिकॉर्ड सबसे अच्छा है। भारत के तेज गेंदबाज बड़ा खतरा हैं लेकिन मुझे लगता है कि ख्वाजा के पास इन सब बातों का जवाब होगा। पाकिस्तान के खिलाफ सिलेक्टर्स ने उन्हें मौका दिया और ख्वाजा ने खुद को साबित किया।