हीरा कारोबारी और बिल्डर राजेश्वर उदानी के अपहरण और हत्या की साजिश ने मंबई पुलिस को हिलाकर रख दिया। मुंबई पुलिस ने हत्या के आरोप में महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री प्रकाश मेहता के पूर्व सचिव सचिन पवार और उसके साथी पूर्व पुलिस कॉन्स्टेबल दिनेश पवार को गिरफ्तार किया है। जबकि टेलीविजन एक्ट्रेस देबोलीना भर्टाचार्या पूछताछ के बाद अब भी शक के दायरे में हैं। हालांकि पूर्व पीए का नाम सामने आने के बाद मंत्री ने इस पूरे मामले को लेकर अपनी सफाई में एक वीडियो जारी कर खुद को मामले से अलग कर लिया है।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री प्रकाश मेहता का कहना है कि साल 2004 से लेकर 2009 तक वह मेरे पास सहायक के रूप में काम करता था। लेकिन इसके बाद मुंबई महानगर पालिका के चुनाव में उसके निर्दलीय चुनाव लड़ने से पार्टी ने उस पर करवाई करते हुए उसे पार्टी से निकाल बाहर किया था। तब से लेकर अब तक मेरे और सचीन पवार के बीच में कोई भी संबंध नहीं रहा है। पुलिस जांच के मुताबिक हीरा कारोबारी राजेश्वर उदानी की हत्या की साजिश का तानाबाना मुख्य आरोपी सचिन पवार ने बुना था। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी सचिन पवार कारोबारी राजेश्वर उदानी के कन्स्ट्रक्शन कारोबार का बिजनस पार्टनर था। दोनों के बीच पैसों को लेकर विवाद था। लेकिन पुलिस की माने तो पैसों के विवाद के अलावा राजेश्वर उदानी की मौत की वजह आरोपी सचिन पवार की गर्लफ्रेन्ड को लेकर उसकी गलत नियत भी थी। एडिशनल कमिश्नर सेन्ट्रल रीजन गौतम लखवी का कहना है कि हत्या के पीछे की वजह आरोपी सचिन पवार के साथ राजेश्वर उदानी के पैसों के लेनदेन के साथ साथ उनकी महिला मित्र के लिए राजेश्वर उदानी के गलत नीयत को लेकर थी। जिसकी जांच जारी है और पुछताछ चल रही है।
दरअसल 29 नवंबर 2018 को हीरा कारोबारी राजेश्वर उदानी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई गई थी। इसके बाद 3 दिसंबर को अपहरण का मामला दर्ज करवाया गया। 7 दिसंबर को पुलिस को खबर मिली की पनवेल थाने में एक लाश मिली है। लाश की शिनाख्त राजेश्वर उदानी के रुप में की गई। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने महाराष्ट्र सरकार मे मंत्री के पूर्व पीए और एक पूर्व कांस्टेबल को गिरफ्तार किया। टीवी एक्ट्रेस देबोलीना भट्टाचार्य़ा औऱ उसके बॉयफ्रेंड आरोपी सचिन पवार पर शक की सुई तब घूमी जब पुलिस ने राजेश्वर उदानी के कॉल रिकॉर्ड्स खंगाले। जिसके बाद मुंबई पुलिस गुवाहाटी पुलिस की मदद से टीवी एक्ट्रेस देबोलीना भट्टाचार्या को हिरासत में लेकर पुछताछ के लिए मुंबई लेकर आई। और सचिन पवार को उसके घर से हिरासत में लेकर पुछताछ शुरु की। जब सचिन पवार से सख्ती से पुछताछ की गई, तो हत्या की साजिश का सारा कच्चा चिट्ठा उभरकर सामने आ गया।
पुलिस की माने तो सचिन पवार ने जहां हत्या की साजिश का तानाबाना बुना। तो वहीं उसके साथी दिनेश पवार ने उसे अंजाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। इस मामले में दिनेश पवार को भी गिरफ्तार किया गया है। दिनेश पवार एक कॉन्स्टेबल है जिसे 2014 के बलात्कार के मामले में 7 नवंबर को गिरफ्तार किया है। कुछ आरोपियों की तलाश जारी है जो इस केस में शामिल थे। पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया है। लेकिन हीरा कारोबारी के इस सनसनीखेज़ मर्डर में अभी कई अनसुलझे सवाल हैं। जिनका जवाब पुलिस को ढूंडना है।