बाराबंकी,उत्तर प्रदेश। राजधानी से सटे जनपद बाराबंकी में पुलिस ने एक नाबालिक के रेप केस मामले में पीड़िता को एक लाख रूपये दिलाकर केस को दबाव बनाकर रफादफा करा दिया। पीड़िता के मामा ने मामले की शिकायत एसपी से की तो उन्होंने मुकदमा दर्ज करवाते हुए इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर व चौकी इंचार्ज निलंबित कर दिया है।
इंस्पेक्टर लाइन हाजिर
जिले के मसौली थाना क्षेत्र में बीती 22 अगस्त को एक 16 वर्षीय दलित किशोरी का गाँव के ही अंकित वर्मा नाम के युवक ने अपहरण किया। उस नाबालिक के साथ शहर के एक होटल में दुष्कर्म की घटना कारित कर दी। घटना के बाद किशोरी की स्थिति ख़राब होने पर उसे इलाज कराने का बहना बताते हुए उसे लखनऊ,कानपुर ले जाने के बाद गाजियाबाद ले गया। बाद में चौथे दिन उसे लाकर गांव के बाहर छोड़ दिया। घटना की जानकारी पीड़िता के मामा को हुई। उसने मसौली थाने में शिकायत की,जिसपर पुलिस ने पीड़िता बनाकर आरोपी से एक लाख रूपये दिलवाकर मामला रफादफा करा दिया। पीड़िता के मामा ने मामले की शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखने के साथ पुलिस अधीक्षक बाराबंकी से की। मामा ने बताया कि पीड़िता के माता पिता नहीं हैं। वह उनके ही साथ रहती है।
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एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत के बाद मसौली इंस्पेक्टर अरुण प्रताप सिंह को लाइन हाजिर किया गया है वहीँ चौकी इंचार्ज मनोज कुमार को निलंबित कर दिया गया है। घटना में पीड़िता के मामा की तहरीर पर पाक्सो एक्ट के साथ अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को गिरफतार करते हुए पीड़िता को मेडिकल परिक्षण के लिए भेजा गया है।