लखनऊ। लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार को तीन मंजिला काम्पलेक्स गिरने के बाद से ही घायलों की सेवा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक लगे हैं। काम्पलेक्स ढहने के बाद उसके मलबे में दबकर 08 लोगों की मौत हो गयी और 22 अन्य घायलों को राजनारायण लोकबंधु अस्पताल और किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती कराया गया।
सूचना मिलते ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दर्जनों स्वयंसेवक सेवा भारती के आलोक कुमार के साथ घटनास्थल पर राहत व बचाव कार्य के लिए पहुंच गये। सूचना मिलते ही प्रशासन ने सतर्कता दिखाई। पुलिस और दमकल के साथ ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) व राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें पहुंच कर परिसर को अपने कब्जे में लेकर राहत व बचाव कार्य में लग गयीं। पिलर और सीमेंट का मलबा काटकर लोगों को निकाला गया। घायलों को लोकबंधु व केजीएमयू में भर्ती कराया गया।
लोकबंधु अस्पताल में सुभाष नगर के सह नगर कार्यवाह रमाकान्त संघ कार्यकर्ताओं के साथ रातभर डटे रहे। अस्पताल में भर्ती घायलों में अधिकांश मजदूर थे। उनके परिजनों का पता नहीं था। इसलिए स्वयंसेवकों ने जांच व उपचार में सहयोग किया। वहीं केजीएमयू में पश्चिम भाग के धर्म जागरण प्रमुख रूपेश जी संघ कार्यकर्ताओं के साथ रातभर डटे रहे। केजीएमयू में भर्ती मरीजों की स्वयंसेवकों ने हर प्रकार से चिंता की। प्रशासनिक व्यवस्था के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता स्वयंसेवक बंधु सेवा कार्य में रात भर लगे रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग कार्यवाह ब्रजेश ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि संघ के स्वयंसेवक इस आपदा की घड़ी में लगे प्रशासनिक अधिकारियों, एनडीआरएफ सहित पुलिस जवानों को भोजन, पानी के साथ ही रात भर हर दो घंटे पर चाय वितरित कर सहयोग प्रदान किया।
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