कानपुर। बंगाल की खाड़ी में लगातार निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, इससे उत्तर प्रदेश में डिप्रेशन (अवदाब) की स्थिति बन रही है। इसके अलावा समुद्री तूफान यागा का असर बुन्देलखण्ड के रास्ते उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। ऐसे में मानसून कमजोर नहीं होगा और आगामी दिनों तेज बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है सितम्बर माह में उत्तर प्रदेश में अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं।
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चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि आंतरिक ओडिशा पर बना दबाव पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है। मानसून ट्रफ अब बीकानेर, कोटा, गुना, सागर, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे सटे आंतरिक ओडिशा पर दबाव के केंद्र, पुरी और फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में मध्य बंगाल की ओर से गुजर रही है। पश्चिमी विक्षोभ को मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रुप में देखा जा रहा है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर लगभग 72 डिग्री पूर्व देशांतर पर अक्षांश 32 डिग्री सेल्सियस उत्तर के उत्तर में है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र लगातार सक्रिय है जो उत्तर प्रदेश में मानसून को ताकत दे रहा है। आगामी दिनों पूरे उत्तर प्रदेश में मानसून कहीं पर तेज बारिश तो कहीं पर मध्यम बारिश करेगा। उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता इससे भी बढ़ रही है कि समुद्री तूफान यागी का असर भी बुन्देलखण्ड के रास्ते उत्तर प्रदेश में बढ़ रहा है। मौसम की इन गतिविधियों से जहां उत्तर प्रदेश में बारिश तो होगी ही साथ ही मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली भी चमकेगी। तूफान के असर से हवाएं तेज चलेंगी।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 35.2 और न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 85 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 62 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्वी रहीं जिनकी औसत गति 2.6 किमी. प्रति घंटा रही और बारिश 29.7 मिमी. हुई। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहेंगे। कानपुर मण्डल में 20 से 25 मिमी. और कुछ इलाकों में 30 से 40 मिमी. बारिश होने की संभावना है।