वाराणसी। रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला के प्रमुख व्यास रघुनाथ दत्त नहीं रहे। लगभग 90 साल की अवस्था में उन्होंने अन्तिम सांस ली। मंगलवार को रघुनाथ दत्त के निधन की जानकारी पाते ही नेमी रामलीला प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई। लोग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर व्यास की रामलीला की तस्वीरें साझा कर श्रद्धासुमन अर्पित करते रहे। सोशल मीडिया पर एक रामलीला प्रेमी ने लिखा ‘जब से मैं रामलीला देख रहा हूं तब से पंडित रघुनाथ दत्त व्यास जी रामलीला में पंच स्वरूप को भगवान रूप मे एकीकृत करते थे’। यह इनका अनुपम कार्य देखने में सरल लगता है पर बहुत ही कठिन है।
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व्यास परिवार का कहना है कि सात पीढ़ियों से इनके परिवार के लोग लीला कार्य में लगे है। महाराज काशी नरेश अब स्मृति शेष इनके पूर्वजों को रामनगर की रामलीला करवाने के लिए गुजरात से काशी रामनगर ले आए। भगवान की अनुकम्पा से व्यास जी 90 साल की आयु से अधिक होने के बाद भी रामलीला में स्वरूपों का सवांद और उनकी साज सज्जा कार्य स्वयं देखते थे। यह राम जी के ही कृपा प्रसाद से संभव हो रहा था। महान व्यक्तित्व के धनी व्यास जी ने लीला के प्रति जो योगदान दिया, उसे रामलीला प्रेमी कभी विस्मृत नहीं कर सकते। गौरतलब हो कि गोलोकवासी होने के पूर्व व्यास जी रामलीला के प्रमुख पंच स्वरूपों के चयन में जुटे थे।
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