रायबरेली। जिले के परशदेपुर स्थित एक निजी अस्पताल की लापरवाही ने गर्भवती महिला की जान ले ली। परिजनों ने मामले की शिकायत डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को पत्र लिखकर किया है। वहीँ पुलिस ने तहरीर लेकर जाँच शुरू कर दी है।
परशदेपुर स्थित ओम गंगोत्री अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत हो गई। आरोप है कि महिला की मौत ऑपरेशन के दौरान पेशाब की नली ब्लॉक होने से हुई है। परिजनों ने अस्पताल और डॉक्टर के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। मृतका के पति अनिल कुमार ने बताया कि पत्नी संजू देवी (27) को उन्होंने ओम गंगोत्री अस्पताल में दिखाया था, जहां डॉक्टर ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कही थी। लेकिन बाद में रूपये ऐंठने के लिए ऑपरेशन के लिए दबाव बनाया गया। डॉक्टर ने कहा था कि ऑपरेशन से जच्चा और बच्चा सुरक्षित रहेंगे, लेकिन इसके लिए 25 हजार रुपये की मांग की गई। अनिल कुमार ने 15 हजार रुपये अस्पताल में जमा कर दिए और बाकी पैसे सुबह देने की बात कही।
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ऑपरेशन के बाद महिला की हालत बिगड़ गई तो अपना पल्ला झाड़ने हुए लखनऊ ले जाने की बात कही और डॉक्टर ने लखनऊ रेफर कर दिया, जहां महिला की मौत हो गई। लखनऊ के डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान पेशाब की नली ब्लॉक होने से महिला की जान खतरे में थी इसलिए उसे बचाया नहीं जा सका। जब पीड़ित अनिल ने ओम गंगोत्री अस्पताल के डॉक्टर से मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उनकी जिम्मेदारी खत्म हो गई है और फालतू की बात नहीं करनी चाहिए। तब परिजनों ने डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक को शिकायती पत्र भेजकर ओम गंगोत्री अस्पताल अस्पताल और डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामला तहरीर लेकर जांच करके कारवाई शुरू कर दी है। थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।