लखनऊ। वरिष्ठ समाजवादी पार्टी (सपा) नेता एसटी हसन ने मुस्लिम युवकों को नवरात्र के दौरान गरबा पंडालों में जाने से परहेज करने की सलाह दी है। उन्होंने यह सलाह देते हुए कहा कि मुस्लिम युवकों को किसी अन्य धर्म के आयोजनों में नहीं जाना चाहिए क्योंकि इस्लाम के अपने अलग उसूल हैं और यह एक अलग संस्कृति है।
लव-जिहाद और मॉब लिंचिंग का खतरा
एसटी हसन ने चेतावनी दी कि मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को अपनी बहन मानें और इश्क-मोहब्बत के चक्कर में न पड़ें। उनका यह बयान लव-जिहाद के आरोपों और मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं से बचने के संदर्भ में है। उन्होंने कहा कि ऐसे संबंधों से न केवल व्यक्तिगत जीवन में मुश्किलें आती हैं, बल्कि समाज में भी विवाद उत्पन्न हो सकता है।
सामाजिक समरसता की आवश्यकता
एसटी हसन ने यह भी कहा कि सभी समुदायों को एक-दूसरे के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का सम्मान करना चाहिए, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अपनी धार्मिक सीमाओं का पालन करना आवश्यक है। उनका यह बयान विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द और सामाजिक समरसता बनाए रखने के उद्देश्य से दिया गया है।