बहराइच में 13 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हाल ही में हुई पुलिस मुठभेड़ में दो आरोपियों, सरफराज और तालिब, के घायल होने की खबर है। सरफराज का एनकाउंटर हो गया, जबकि तालिब की हालत अब स्थिर है। ये दोनों आरोपी नेपाल भागने की कोशिश में थे।
बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के मामले में अब तक 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें 6 नामजद और 1304 अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है। स्थानीय युवक राम गोपाल की गोली मारकर हत्या के मामले में 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनमें मोहम्मद दानिश उर्फ साहिर, अब्दुल हामिद, सरफराज, और फहीम शामिल हैं।
इस मामले में पुलिस ने अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई है। स्थानीय प्रशासन ने इस हिंसा के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में महसी सीओ रूपेंद्र गौड़ा सहित अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
मिश्रा हत्या मामले में नामजद एक भगोड़े को पुलिस ने नेपाल सीमा के पास पकड़ लिया है। इस तरह की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस इस मामले में सख्ती से निपट रही है।
बहराइच में हो रही हिंसा और उसके बाद की घटनाओं ने सुरक्षा बलों की चुनौती बढ़ा दी है। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कठोर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, और स्थानीय प्रशासन को सक्रिय रूप से कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया गया है। इस मामले की लगातार निगरानी और न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि क्षेत्र में शांति बहाल हो सके।
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