जिनेवा/नई दिल्ली: अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) की 149वीं एसेम्बली में लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने संसदीय प्रक्रियाओं में प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के महत्व को उजागर किया। उन्होंने बताया कि भारत की हरित, तकनीक-संचालित और पेपरलेस संसद की पहल को वैश्विक समुदाय द्वारा सराहा गया है।
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श्री बिरला ने भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के सदस्यों के साथ मिलकर विभिन्न देशों के पीठासीन अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने भारत में समावेशी विकास और स्थायी विकास की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। बिरला ने कहा कि प्रौद्योगिकी के माध्यम से सांसदों के लिए अपनी पसंदीदा भाषा में विचार व्यक्त करना संभव हो गया है, जिससे सूचना का प्रसार बढ़ा है।
उन्होंने बताया कि लगभग 100 देशों के सांसदों ने संसद में प्रशिक्षण के लिए PRIDE संस्थान की सराहना की है। एसेम्बली के दौरान, श्री बिरला ने कई देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर संसदीय सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अंत में, उन्होंने भारत और अल्जीरिया के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अधिक निवेश की अपील की। यह यात्रा भारत की संसद के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो रही है।