लखनऊ: बुधवार की सुबह लखनऊ के विभिन्न इलाकों में इनकम टैक्स विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश के प्रमुख बिल्डरों में से एक MI ग्रुप के कादिर अली के करीब 18 ठिकानों पर आयकर अधिकारियों ने छापेमारी की। इस कार्रवाई के चलते हड़कंप मच गया है।
सूत्रों के मुताबिक, इस छापेमारी में 25 टीमें शामिल हैं, जो विभिन्न स्थानों पर एक साथ जांच कर रही हैं। जांच के दौरान हजरतगंज पेट्रोल पंप के पास स्थित दफ्तर, एमआई राशेल कोर्ट, और गोमती नगर स्थित आवास समेत 12 अन्य ठिकानों पर सर्च जारी है।
आईटी सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी वित्तीय अनियमितताओं के संदर्भ में की गई है। MI ग्रुप, जिसे कादिर अली संचालित करते हैं, लखनऊ के जानकीपुरम, गोमती नगर विस्तार और सुशांत गोल्फ सिटी समेत कई क्षेत्रों में लग्ज़री हाउसिंग सोसाइटी, विला और पेंटहाउस का निर्माण कर चुका है।
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कहा जा रहा है कि इनकम टैक्स विभाग को कादिर अली और उनके ग्रुप के वित्तीय लेनदेन में हेराफेरी की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। हालांकि, अभी तक आयकर विभाग की ओर से इस छापेमारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
इस कार्रवाई के बाद से बिल्डर समुदाय में चिंता और आशंका का माहौल है। लोग इस कार्रवाई के परिणामों पर नजर बनाए हुए हैं, खासकर उन बिल्डरों के लिए जो वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं।
लखनऊ में MI ग्रुप पर आयकर विभाग की यह छापेमारी न केवल कादिर अली के लिए, बल्कि पूरे बिल्डिंग सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण है। यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि आयकर विभाग वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ सख्त है और किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करेगा। आगे की जांच के परिणामों का सभी को इंतजार है।