अमेठी। बुधवार को गंगौली गांव के पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान के पति के बीच एक जमीनी विवाद को लेकर तहसील परिसर में जमकर मारपीट हुई। यह घटना एसडीएम और सीओ के चैम्बर के सामने हुई, जिससे कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
Read it also:- नए कॉलेजों और पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए समय सारिणी निर्धारित
सूत्रों के अनुसार, यह विवाद बंजर जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर हुआ था। पूर्व प्रधान रामयश यादव उर्फ वोरा किसी शिकायत के सिलसिले में तहसील आए थे, तभी ग्राम प्रधान के पति और उनके साथियों ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान कई अधिवक्ता और पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे, लेकिन वे स्थिति को नियंत्रित करने में सफल नहीं हो सके।
मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि एक बुजुर्ग व्यक्ति पर कुछ युवक हमला कर रहे हैं। इस घटना ने तहसील परिसर को जंग के मैदान में तब्दील कर दिया था, जिसमें भारी भीड़ और शोर शराबा देखने को मिला।
पुलिस के द्वारा रिपोर्ट लिखने के बजाय मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि तहसील में भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है।
ग्राम प्रधान के श्वसुर, जो कि एक प्रभावशाली सपा नेता हैं, और उनके बेटे की दबंगई के कारण यह मामला और भी गंभीर हो गया है। लोग यह चर्चा कर रहे थे कि गंगौली में लंबे समय से प्रधानी उनके परिवार के पास रही है, जिसके चलते उन्हें अपनी स्थिति सुरक्षित रखने में समस्या हो रही है।
इस तरह की घटनाएं न केवल स्थानीय राजनीति को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में भी असामान्य माहौल पैदा करती हैं।