“उत्तर प्रदेश उपचुनाव 2024 में सियासी पारा हाई, बीजेपी नेताओं के तीखे हमले और सपा, कांग्रेस पर वार। पढ़ें, कैसे नेताओं ने PDA गठबंधन और परिवारवाद को बनाया निशाना।”
मुरादाबाद । उत्तर प्रदेश उपचुनाव में अब तक के प्रचार में नेताओं के तीखे बयानों से चुनावी माहौल गरमा गया है। डिप्टी सीएम केशव मौर्य और मंत्री सुरेश खन्ना के बयानों ने सपा पर सीधा हमला बोला है। बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी सपा, कांग्रेस, और AIMIM पर हमला बोलते हुए चुनाव प्रचार को जोर-शोर से आगे बढ़ाया।
प्रमुख बयान:
केशव मौर्य ने सपा के PDA को ‘परिवारवाद-दंगाई-अपराधी’ गठबंधन बताया, जो उनके अनुसार पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक का प्रतिनिधित्व नहीं करता।
सुरेश खन्ना ने सपा को ‘फ्यूज ट्रांसफार्मर’ की संज्ञा देते हुए कहा कि उनसे कोई भी विकास कार्य संभव नहीं।
ब्रजेश पाठक ने आरोप लगाया कि यादवों में सिर्फ एक परिवार का विकास हुआ, जिससे यादव समुदाय का असंतोष बढ़ता गया।
शौकत अली (AIMIM) ने कुंदरकी पर विवादास्पद बयान देकर चुनावी माहौल को और गर्मा दिया
उपचुनाव में गरजे सुरेश खन्ना, सपा को बताया ‘फ्यूज ट्रांसफॉर्मर’
उत्तर प्रदेश के आगामी उपचुनाव 2024 के प्रचार में राजनीतिक तापमान अब तक के सबसे ऊँचे स्तर पर पहुंच चुका है। बीजेपी नेताओं के तीखे हमले, विशेषकर डिप्टी सीएम केशव मौर्य और मंत्री सुरेश खन्ना के बयानों ने समाजवादी पार्टी (सपा), कांग्रेस और AIMIM पर निशाना साधा है। इन बयानों ने चुनावी माहौल को और भी गरमा दिया है, जिससे यह साफ है कि इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है।
सपा पर तीखे हमले
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने सपा के PDA (परिवारवाद-दंगाई-अपराधी) गठबंधन पर अपनी राय रखते हुए कहा कि यह गठबंधन पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय का सही प्रतिनिधित्व नहीं करता। उन्होंने यह भी कहा कि सपा का यह गठबंधन केवल अपने परिवार के विकास के लिए काम कर रहा है और इससे अन्य समुदायों को कोई लाभ नहीं हो रहा है।
मंत्री सुरेश खन्ना ने सपा को ‘फ्यूज ट्रांसफार्मर’ की संज्ञा देते हुए कहा कि सपा से किसी भी विकास कार्य की उम्मीद करना बेमानी है। उनका यह बयान सपा के मौजूदा कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों की कमी की ओर इशारा करता है, और उनका कहना है कि सपा का कार्यकाल केवल धूमधाम और दिखावे तक सीमित रहा है।
यादव समुदाय का असंतोष
बीजेपी नेता ब्रजेश पाठक ने भी सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यादव समुदाय में केवल एक परिवार का विकास हुआ है, जिससे यादवों के बीच असंतोष बढ़ता जा रहा है। यह बयान यादवों के बीच बढ़ती असहमति को दर्शाता है, जो इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
AIMIM का विवादास्पद बयान
AIMIM के नेता शौकत अली ने कुंदरकी क्षेत्र में एक विवादास्पद बयान देकर चुनावी माहौल को और गर्मा दिया। उनका बयान सपा और बीजेपी दोनों के लिए चुनौती बन सकता है, क्योंकि यह बयान समुदायों के बीच विभाजन को बढ़ा सकता है।
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रिपोर्ट – मनोज शुक्ल