“प्रियंका गांधी ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में उतरकर अपनी चुनावी यात्रा का आगाज किया है। उनके सामने भाजपा की नव्या हरिदास और LDF के सत्यन मोकेरी चुनौती दे रहे हैं। जानें चुनावी मुकाबले की पूरी कहानी।”
वायनाड। केरल के वायनाड लोकसभा उपचुनाव और चेलाक्कारा विधानसभा सीट पर इस बार बड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। चेलाक्कारा सीट CPI(M) विधायक के राधाकृष्णन के सांसद बनने के बाद खाली हुई है, जहां कांग्रेस ने राम्या हरिदास और भाजपा ने के बालकृष्णन को प्रत्याशी बनाया है।
दूसरी ओर, वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी कांग्रेस की ओर से मैदान में हैं। यह प्रियंका गांधी का पहला चुनाव है, और जीत की उम्मीदें काफी मजबूत हैं। अगर वे यह चुनाव जीतती हैं, तो गांधी परिवार के तीनों सदस्य, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी संसद में होंगे।
राहुल गांधी के रायबरेली और वायनाड से चुनाव लड़ने के बाद इस सीट को चुना गया है। वहीं, भाजपा ने उनके सामने नव्या हरिदास को उतारा है, जो भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव हैं और कोझिकोड नगर निगम में दो बार पार्षद रही हैं।
लेफ्ट गठबंधन ने CPI के सत्यन मोकेरी को प्रत्याशी बनाया है। सत्यन मोकेरी का चुनावी अनुभव उन्हें मजबूत बनाता है, वे नादापुरम विधानसभा से 1987 से 2001 तक विधायक रह चुके हैं और 2014 में भी इसी सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।
गांधी परिवार का दक्षिण भारत से हमेशा एक विशेष रिश्ता रहा है। इंदिरा गांधी ने भी 1978 में कर्नाटक के चिकमंगलूर से चुनाव जीत कर वापसी की थी। वहीं, राहुल गांधी ने 2019 में वायनाड से जीत दर्ज की थी। प्रियंका की इस चुनाव में जीत उन्हें कांग्रेस के भविष्य में एक नई दिशा दे सकती है।
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रिपोर्ट: मनोज शुक्ल