बलरामपुर: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन विकास खंड पचपेड़वा के थारू जनजाति ग्राम इमलिया कोडर में स्थित थारू जनजाति संग्रहालय में धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने भगवान बिरसा मुंडा जी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित करके किया। इस मौके पर थारू जनजाति की संस्कृति और विरासत को दर्शाने वाले कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
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सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्राओं की शानदार प्रस्तुति
इस अवसर पर थारू जनजाति की छात्राओं ने अपने समुदाय की परंपराओं, संस्कृति और कला को मंच पर प्रस्तुत किया। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और कार्यक्रम का माहौल और भी जीवंत हो गया।
खेल और निबंध प्रतियोगिता में विजेताओं को सम्मान
डीएम पवन अग्रवाल ने खेल प्रतियोगिता और निबंध प्रतियोगिता में विजयी रहे छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने उन्हें मेडल पहनाकर और प्रमाण पत्र सौंपकर उनकी मेहनत और उपलब्धियों की सराहना की। यह एक प्रेरणा का संदेश था कि थारू जनजाति के बच्चे भी शिक्षा और खेल में उत्कृष्टता हासिल कर सकते हैं।
जनजातीय गौरव और विकास की दिशा
डीएम ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के इस अवसर पर कहा, “हमारा जनपद थारू जनजाति के गौरवशाली इतिहास से जुड़ा हुआ है। भगवान बिरसा मुंडा ने जनजातीय समुदाय के अधिकारों की लड़ाई लड़ी, और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि थारू जनजाति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की जा रही हैं। इन योजनाओं से थारू जनजाति के लोगों को बेहतर जीवन जीने का अवसर मिलेगा।
डीएम ने यह भी बताया कि उनके प्रशासन द्वारा थारू जनजाति की संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि आने वाली पीढ़ी भी अपनी परंपराओं से जुड़ी रहे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्रों तक पहुंचाएं और योजनाओं के कैंप में हर पात्र व्यक्ति का आवेदन सुनिश्चित कराएं।
योजना कैम्प का अवलोकन
डीएम पवन अग्रवाल ने इस मौके पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए कल्याणकारी योजनाओं के कैम्प का भी अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कैम्पों में अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त करने की कोशिश करें ताकि थारू जनजाति के लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
उपस्थिति
कार्यक्रम में विधायक गैंसड़ी, सीडीओ हिमांशु गुप्त, समाज कल्याण अधिकारी, पीडी ग्राम्य विकास विभाग, उपजिलाधिकारी तुलसीपुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, और अन्य संबंधित अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे। इसके साथ ही थारू जनजाति के छात्र-छात्राएं भी कार्यक्रम में उपस्थित थे और उन्होंने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को विशेष बनाया।
समारोह के अंत में, जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को याद करते हुए थारू जनजाति के बच्चों और युवाओं को अपने समाज की पहचान और संस्कृति को बनाए रखने के साथ-साथ शिक्षा और समाज सेवा में भी उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।