“केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने राहुल के 2019 लोकसभा चुनावों के दौरान संविधान बदलने के बयान को गैर-जिम्मेदाराना और भ्रामक बताया। गडकरी ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी और महायुति गठबंधन के पक्ष में विश्वास जताया।”
महाराष्ट्र। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को एक बयान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाने पर लिया और कहा कि उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए। गडकरी ने राहुल के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना और भ्रामक बताया, और कहा कि उनका बयान जनता को गुमराह करने के उद्देश्य से दिया जाता है।
गडकरी ने विशेष रूप से 2019 के लोकसभा चुनावों का जिक्र किया, जब राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि यदि बीजेपी को 400 सीटें मिलती हैं, तो पार्टी संविधान में बदलाव करने का प्रयास करेगी।
राहुल गांधी का बयान और गडकरी की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी का यह बयान 2019 लोकसभा चुनावों के दौरान सुर्खियों में आया था, जब उन्होंने बीजेपी के नेतृत्व वाले महा गठबंधन (NDA) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला करते हुए दावा किया था कि बीजेपी भारी बहुमत से जीतने के बाद संविधान को बदलने की योजना बना सकती है।
राहुल के इस बयान को कई नेताओं और दलों ने गंभीरता से लिया था, लेकिन नितिन गडकरी ने इसे पूरी तरह से नकारते हुए कहा कि राहुल का यह बयान पूरी तरह से झूठा और असत्य था।
गडकरी ने कहा, “राहुल गांधी गैर-जिम्मेदाराना बयान देते हैं, जो जनता के बीच भ्रम फैलाने के अलावा और कुछ नहीं करते। उनका यह आरोप कि अगर बीजेपी को 400 सीटें मिलती हैं, तो हम संविधान बदल देंगे, सिर्फ राजनीति की एक सस्ती चाल है।
” गडकरी ने यह भी कहा कि यह बयान कांग्रेस पार्टी की बुरी स्थिति और नेतृत्व की विफलता को दर्शाता है, जो चुनावों में अपनी हार के लिए दूसरों को दोष देने की कोशिश कर रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का संदर्भ
नितिन गडकरी ने अपने बयान में आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र राज्य विधानसभा चुनावों में बीजेपी और उनके सहयोगी महायुति गठबंधन को लोगों का समर्थन मिलेगा।
गडकरी ने यह विश्वास जताया कि महाराष्ट्र के लोग बीजेपी की सरकार की नीतियों से खुश हैं और वे बीजेपी के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाने का निर्णय लेंगे।
उन्होंने दावा किया कि महायुति (बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, और अन्य छोटे सहयोगी दलों का गठबंधन) पर महाराष्ट्र के लोग विश्वास जताएंगे, और एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनेगी।
गडकरी ने बीजेपी के द्वारा किए गए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले वर्षों में राज्य में हुए सुधार और विकास के कारण अब लोग बीजेपी के पक्ष में हैं।
राहुल गांधी पर राजनीतिक हमला
नितिन गडकरी का यह बयान राहुल गांधी पर बीजेपी का एक और हमला है। पिछले कुछ समय से बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी राजनीतिक बयानबाजी चल रही है।
विशेष रूप से राहुल गांधी के “भारत जोड़ो यात्रा” और उनके विभिन्न बयानों के बाद, बीजेपी नेताओं ने उन्हें निशाने पर लिया है। राहुल गांधी ने बीजेपी की नीतियों और पीएम मोदी के नेतृत्व पर कई बार हमला किया है, जिससे राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के परिणाम पर सबकी नजरें हैं। बीजेपी इस चुनाव को अपनी ताकत को साबित करने के एक अवसर के रूप में देख रही है और गडकरी ने इसे कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ अपनी राजनीतिक बढ़त बनाने का एक तरीका बताया है।
नितिन गडकरी ने राहुल गांधी के खिलाफ जो बयान दिया है, वह बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही राजनीतिक शत्रुता को और तेज करता है। उन्होंने राहुल के बयानों को निराधार और जनता को भ्रमित करने वाला बताया, और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी और महायुति को समर्थन मिलने का दावा किया।
चुनावी मौसम में इस तरह के बयान राजनीतिक बहस को और गरमाते हैं, और दोनों प्रमुख दलों के बीच तीखा मुकाबला देखने को मिलता है।
देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स को पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहें।