उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी नौकरी के चयन में पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर अपनी सरकार की सराहना की।
उन्होंने कहा कि पिछले 7 वर्षों में 7 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है, जो कि शासन की ईमानदारी और पारदर्शिता का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने वन दारोगा नियुक्तिपत्र वितरण कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा, “सरकारी नौकरी मिलने पर कुछ लोग अपने दायित्वों को भूल जाते हैं, लेकिन युवाओं को चाहिए कि वे अपने कार्य में ईमानदारी और इनोवेशन के साथ सरकार के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं।”
उन्होंने आगे कहा कि जब से हमारी सरकार ने चयन प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाया है, तब से नियुक्ति पत्र वितरित करते वक्त हम अभ्यर्थियों से संवाद करते हैं, ताकि पूरी प्रक्रिया में शुचिता और पारदर्शिता बनी रहे।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि हाल ही में आयोजित परीक्षा में 50 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया, और 60,000 से ज्यादा पदों पर चयन प्रक्रिया पूरी की गई।
उन्होंने यह भी बताया कि अब वह समय गया जब सरकारी भर्ती के दौरान भेदभाव होता था और नाते-रिश्तेदार भर्ती प्रक्रिया में घुसपैठ करते थे।
आज युवाओं को केवल उनकी योग्यता के आधार पर ही सरकारी नौकरी मिलती है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि “हमारी सरकार की चयन प्रक्रिया इतनी पारदर्शी है कि अब युवाओं का सरकार के प्रति विश्वास और जिम्मेदारी और भी मजबूत हुई है।”