“योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के सतुआ बाबा गोशाला में श्री शिव महापुराण कथा में भाग लिया, जहां उन्होंने राष्ट्रधर्म, एकता और अनुशासन पर जोर दिया। 2025 महाकुंभ के लिए भी दी महत्वपूर्ण जानकारी।”
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के सतुआ बाबा गोशाला डोमरी में चल रही श्री शिव महापुराण कथा में भाग लिया। इस दौरान, उन्होंने पौराणिक कथाओं के माध्यम से राष्ट्रीय एकता, धर्म और राष्ट्रधर्म को मजबूती देने का आह्वान किया।
सीएम योगी ने कहा कि पवित्र कथाओं के माध्यम से देश धर्म की बातों को सुन रहा है और भगवान वेदव्यास का सम्मान कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर बांटने वालों के लिए यह कथा एक स्पष्ट संदेश है। सीएम ने यह भी कहा कि हमें देश की एकता और अखंडता के लिए एकजुट होना चाहिए, क्योंकि यही हमारी सभ्यता और धर्म की ताकत है।
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ 2025 के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सामाजिक समागम होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि काशी की धरती पर हो रही इस पावन कथा से महाकुंभ का दर्शन हो रहा है।
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योगी आदित्यनाथ ने परमभक्तों की पहचान के बारे में बात करते हुए कहा कि वे अनुशासन से रहते हैं और यही उनके भौतिक और आत्मिक जीवन में संतुलन लाता है। साथ ही, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में किसी भी प्रकार का जातिवाद या संप्रदायवाद नहीं होना चाहिए।
कथा में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सभी एकजुट होकर राष्ट्रधर्म के निर्वाह में धर्म योद्धा के रूप में अपने आप को समर्पित कर रहे हैं।