“संभल में पुलिस पर हमले के मामले की गहन जांच शुरू हो गई है। डीजीपी ने संवेदनशील जिलों में सतर्कता बढ़ाने और उपद्रवियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। जांच में साजिश के पहलू की भी समीक्षा हो रही है।”
संभल में पुलिस पर हमले की सुनियोजित साजिश, जांच शुरू
संभल में पुलिस पर हुए हमले को लेकर अब तक की जांच में यह साफ़ हो रहा है कि यह एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था। डीजीपी प्रशांत कुमार ने यह पुष्टि की है कि पुलिस पर हमले के मामले में गहन जांच चल रही है। रविवार को जामा मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर सर्वे के दौरान जब उपद्रवियों ने पथराव शुरू किया, तब स्थिति बेकाबू हो गई। पुलिस को अपनी जान बचाने के लिए फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें चार लोगों की मृत्यु हो गई और कई घायल हो गए।
डीजीपी ने इस घटना के बाद पूरे राज्य में संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस और पीएसी की तैनाती की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे किसी भी प्रकार के विवादित इलाकों में सतर्क रहें और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे प्रयास करें। खुफिया तंत्र को सक्रिय रखने और उपद्रवियों पर कड़ी नजर रखने की भी हिदायत दी गई है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेशों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है, ताकि किसी प्रकार की अफवाह या भ्रामक सूचना को फैलने से रोका जा सके।
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संवेदनशील जिलों में सुरक्षा बढ़ाई गई
संभल के बाद अब वाराणसी, मथुरा, सहारनपुर, बरेली, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, रामपुर जैसे संवेदनशील जिलों में पुलिस प्रशासन की सतर्कता बढ़ा दी गई है। इन जिलों में गश्त बढ़ाई गई है और पुलिस अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जहां भी मंदिर-मस्जिद से संबंधित विवाद हो, वहां पुलिस की तैनाती और धर्मगुरुओं से संवाद कर शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।
सपा का प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा
संभल में हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए, सपा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार 26 नवंबर को संभल जाएगा। यह प्रतिनिधिमंडल घटना की जानकारी लेगा और प्रभावित परिवारों से मिलकर अपनी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपेगा।