“संविधान दिवस पर लखनऊ जेल से चार कैदियों की रिहाई का फैसला। 3 पर वाद खत्म, एक जमानत पर होगा रिहा। जेल में 3,000 से ज्यादा कैदी, 2,500 से अधिक विचाराधीन मुकदमे।”
लखनऊ: संविधान दिवस के अवसर पर लखनऊ जेल से चार कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया गया है। इन कैदियों में से तीन पर दर्ज वाद समाप्त कर दिए गए हैं, जबकि एक कैदी जमानत पर रिहा होगा। जिला कारागार ने इस फैसले को लागू करने का निर्णय लिया है।
लखनऊ जेल में कुल 3,000 से ज्यादा कैदी बंद हैं, जिनमें से ढाई हजार से अधिक कैदियों के मुकदमे अभी विचाराधीन हैं। रिहा किए जाने वाले कैदियों के मामलों पर विचार कर यह निर्णय लिया गया है।
विचाराधीन मामलों पर ध्यान
लखनऊ जेल में बंद अधिकांश कैदियों के मामलों की सुनवाई अभी पूरी नहीं हो पाई है। इन कैदियों के मामलों पर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है।
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संविधान दिवस और न्यायिक प्रक्रिया
संविधान दिवस पर यह कदम न्यायिक प्रक्रिया और सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। इसके साथ ही यह संदेश भी दिया जा रहा है कि न्यायपालिका और सरकार समय-समय पर सुधारात्मक कदम उठाते रहते हैं।