संभल: हिंसा के दौरान फायरिंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में “पिस्टल जैसी दिखने वाली गन” से फायरिंग करते हुए पुलिस कर्मियों को देखा गया। इस पर कई लोगों ने सवाल उठाए और इसे पुलिस की सख्ती का मामला बताया।
हालांकि, संभल के एसपी कृष्ण विश्नोई ने स्थिति साफ करते हुए बताया कि यह कोई पिस्टल नहीं, बल्कि “नॉन लैथल वेपन” है। उन्होंने कहा, “हिंसा को नियंत्रित करने के लिए ‘रबर पलेट गन’ का इस्तेमाल किया गया, जो जानलेवा नहीं है। इसके इस्तेमाल के आधिकारिक आदेश पहले से दिए गए थे।”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने X अकाउंट पर किया पोस्ट
इस वीडियो को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने X अकाउंट पर पोस्ट किया और सवाल उठाए। उन्होंने इसे “पुलिस की लापरवाही” करार देते हुए घटना की जांच की मांग की। वीडियो में पुलिसकर्मी को फायरिंग करते देखा जा सकता है, जिससे कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे पिस्टल मान लिया।
पुलिस का पक्ष:
पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस घटना में किसी जानलेवा हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ। “रबर पलेट गन” का उपयोग भीड़ को नियंत्रित करने के लिए किया गया था। एसपी विश्नोई ने कहा, “हम हिंसा को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और इस वीडियो को गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है।”
हिंसा में 4 की मौत, केस दर्ज:
संभल हिंसा में चार लोगों की मौत की खबर सामने आई है। पुलिस ने इन मामलों में भी केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सोशल मीडिया पर बवाल:
वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। एक तरफ लोग पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पुलिस द्वारा दी गई सफाई को समर्थन भी मिल रहा है।
जांच जारी:
पुलिस ने घटना की जांच का भरोसा दिलाते हुए कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, “नॉन लैथल वेपन” के इस्तेमाल को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही गलत जानकारी पर भी कार्रवाई हो सकती है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने संभल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।