“प्रियंका गांधी ने वायनाड से लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद सांसद पद की शपथ ली। उन्होंने संविधान की प्रति हाथ में लेकर शपथ ली और संसद के शीतकालीन सत्र में हिस्सा लिया।”
संसद में प्रियंका गांधी का आगमन: नई शुरुआत का संकेत
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भारतीय राजनीति में एक नई शुरुआत हुई, जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने लोकसभा में सांसद पद की शपथ ली। वायनाड से उपचुनाव जीतने के बाद पहली बार सांसद बनीं प्रियंका गांधी ने हाथ में संविधान की प्रति लेकर शपथ ली।
वायनाड की जनता ने प्रियंका पर जताया भरोसा
यह उपचुनाव तब हुआ जब राहुल गांधी ने वायनाड की सांसदी से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा। उनके नेतृत्व और करिश्मे ने उन्हें बड़ी जीत दिलाई। वायनाड की जनता ने प्रियंका गांधी को अपने प्रतिनिधि के रूप में चुना, जिससे गांधी परिवार की पकड़ एक बार फिर इस क्षेत्र में मजबूत हुई।
शपथ ग्रहण में संविधान की प्रति
प्रियंका गांधी ने शपथ लेते समय संविधान की प्रति अपने हाथ में रखी, जो उनके मूल्यों और लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह संसद में जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाएंगी।
कांग्रेस के लिए नई उम्मीद
प्रियंका गांधी का सांसद बनना कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह है, और यह माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी का नेतृत्व विपक्ष की आवाज को और मजबूती देगा।
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मनोज शुक्ल