“संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही हंगामे के चलते 2 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई। पिछले 4 दिनों में सिर्फ 40 मिनट कामकाज हुआ। विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा किया।”
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 25 नवंबर 2024 को हुई, लेकिन हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्यसभा में कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ। बीते चार दिनों में दोनों सदनों की कार्यवाही औसतन 10-10 मिनट तक ही चली। शुक्रवार को भी विपक्षी सांसदों ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए सदन में हंगामा किया, जिससे स्पीकर को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
विपक्ष के मुख्य मुद्दे:
विपक्षी दल विभिन्न राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर सरकार को लगातार घेरने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें महंगाई, बेरोज़गारी, महिला सुरक्षा, और अन्य नीतिगत मुद्दे शामिल हैं। सरकार का कहना है कि वह चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष ने बहस शुरू करने की अनुमति नहीं दी।
सदन का कामकाज प्रभावित:
संसद का शीतकालीन सत्र आम तौर पर देश के विकास और नीतिगत सुधारों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण होता है। हालांकि, इस बार का सत्र अभी तक पूरी तरह बाधित रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि संसद में कामकाज का ठप होना लोकतंत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
आगे क्या?
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अब 2 दिसंबर 2024 को पुनः शुरू होगी। संसद के अगले सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होने की संभावना है।
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मनोज शुक्ल