“शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सहारनपुर में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे का मतलब समझाया और तौकीर रजा के विवादित बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। पढ़ें पूरी खबर।”
सहारनपुर। सहारनपुर में आयोजित एक समारोह में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कई मुद्दों पर बेबाक बयान दिए। उन्होंने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे का मतलब स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका संदर्भ वोटों के विभाजन से है।
तौकीर रजा पर कड़ी प्रतिक्रिया
मुस्लिम नेता तौकीर रजा के विवादित बयानों पर उन्होंने कहा, “वो उसी युग में जी रहे हैं जब तलवार के जोर पर शासन किया जाता था। लेकिन आज यह संभव नहीं है। अगर वे प्यार और सौहार्द से रहेंगे तो कोई दिक्कत नहीं होगी।”
गऊ-गंगा-गायत्री की दुर्दशा
उन्होंने गऊ, गंगा और गायत्री की स्थिति पर दुख जताते हुए कहा कि, “गाय को काटा जा रहा है, गंगा बांधी जा रही है और गायत्री को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह हिंदू समाज के लिए चिंताजनक है।”
श्रीराम मंदिर पर टिप्पणी
शंकराचार्य ने कहा कि श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा तभी पूरी होगी जब ध्वजा फहराई जाएगी और मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा।
राजनीति और धर्म
उन्होंने राजनीतिक दलों पर आरोप लगाया कि वे हिंदू समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “पार्टियां समाज को जाति, धर्म और वोट के आधार पर विभाजित कर रही हैं। यह चिंताजनक है।”
बांग्लादेश के हिंदुओं की मदद की अपील
उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए भारत सरकार से सहायता करने की अपील की।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल