“समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर उपचुनाव में धांधली, संभल में साजिश और लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया। 2027 में भाजपा के पतन की भविष्यवाणी।“
लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर उत्तर प्रदेश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को विकास और खुशहाली से कोई मतलब नहीं है। भाजपा का एजेंडा संविधान विरोधी गतिविधियों और समाज में नफरत फैलाने का है।
श्री यादव ने उत्तर प्रदेश के हालिया उपचुनाव में भाजपा पर गड़बड़ी करने और लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उपचुनाव पहले 13 नवंबर 2024 को होने थे, लेकिन भाजपा ने इसे 20 नवंबर को करवा दिया। इसका कारण त्योहारों के दौरान वोट डालने के लिए गांव लौटे लोगों को रोकने की मंशा थी।
संभल हिंसा: सरकार की साजिश?
श्री यादव ने संभल में हुई हिंसा को भाजपा सरकार की प्रायोजित घटना बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जानबूझकर तनाव बढ़ाने की कोशिश की। 19 नवंबर को सर्वे के नाम पर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन जब स्थिति शांत रही, तो 20 नवंबर को दोबारा सर्वे की योजना बनाई गई।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं को संभल जाने से रोक रही है। यह दर्शाता है कि सरकार कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है। श्री यादव ने सवाल उठाया कि सर्वे टीम के साथ नारेबाजी करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
2027 चुनावों में भाजपा को चेतावनी
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की तानाशाही अब ज्यादा दिन नहीं चलेगी। जनता सन् 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग लोकतंत्र और न्याय के लिए खड़े होंगे।
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“विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल