“लखनऊ में LUCC नामक कंपनी द्वारा 7-8 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक्टर्स के जरिए गांव-गांव लोगों को अमीर बनने का सपना दिखाकर पैसे जमा किए गए। अब पीड़ित अपनी मेहनत की कमाई वापस पाने के लिए पुलिस के चक्कर लगा रहे हैं।”
लखनऊ। लखनऊ में एक और बड़ा ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें LUCC नामक कंपनी ने सोसाइटी बना कर 7-8 करोड़ की रकम हड़प ली। यह कंपनी गांव-गांव में अपना ऑफिस खोलकर लोगों को अमीर बनने का सपना दिखाती थी। कंपनी ने एक्टर्स की मदद से लोगों को आकर्षित किया और फिर उन्हें निवेश करने के लिए लालच दिया। इन निवेशकों को दोगुना पैसा मिलने का वादा किया गया था, लेकिन अब कंपनी फरार हो गई है।
कंपनी का तरीका और धोखाधड़ी का खेल
कंपनी ने ग्रामीण इलाकों में अपनी शाखाएं खोलीं और प्रभावशाली लोगों को अपना एजेंट बना कर उनसे अधिक निवेश हासिल किया। इस खेल में सबसे पहले लोगों को छोटे-मोटे लाभ का लालच दिया गया, फिर उन्हें कंपनी का एजेंट बना दिया गया। इसके बाद इन एजेंटों के माध्यम से अधिक निवेशकों को जोड़ने की कोशिश की गई।
पुलिस की जांच और शिकायतें
कंपनी के पूर्व मैनेजर राजकरन रावत ने बताया कि दिसंबर 2022 में उन्हें पता चला कि कंपनी में धोखाधड़ी हो रही थी। उन्होंने कंपनी के खिलाफ विरोध जताया, जिसके बाद उन्हें हटा दिया गया। अब बीकेटी और निगोहां थाने में शिकायत दर्ज की गई है। पीड़ितों का कहना है कि पिछले दो महीनों से वे अपनी जमा की गई राशि वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कंपनी के कर्मचारी कोई रिकॉर्ड नहीं दे रहे हैं और न ही पैसे लौटाने के लिए तैयार हैं।
धोखाधड़ी में शामिल लोग
कंपनी के कर्मचारियों और अधिकारियों की आपसी मिलीभगत से इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया। इसमें प्रमुख आरोपी महेश प्रसाद, मनीराम, विपिन कुमार यादव, संतोष कुमार, और विनोद वर्मा हैं, जो मिलकर लोगों की मेहनत की कमाई हड़पने में शामिल थे।
इस समय कंपनी के मालिक समीर अग्रवाल का कोई पता नहीं चल पाया है। हालांकि, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल