“DMK सांसद ए राजा ने संसद में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का दावा किया। BJP ने उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए सबूत मांगे। जानें संसद में इस मुद्दे पर क्या हुआ और दोनों पक्षों के बयान।”
नई दिल्ली। संसद में शुक्रवार को DMK सांसद ए राजा के बयान ने सियासी माहौल गर्मा दिया। चर्चा के दौरान उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि चुनावों से पहले भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कही गई थी। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।”
इस पर भाजपा ने कड़ा पलटवार किया। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बयान को आधारहीन बताते हुए ए राजा से सबूत पेश करने की मांग की। उन्होंने कहा, “ऐसे गंभीर आरोप संसद में लगाए जा रहे हैं। अगर DMK सांसद को कोई जानकारी है तो उसे साबित करें।”
हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर सियासी बयानबाजी
हिंदू राष्ट्र का मुद्दा अक्सर राजनीति में गर्मागर्म बहस का कारण बनता है। ए राजा का यह बयान ऐसे समय आया है जब तमिलनाडु में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी रणनीतियां तेज हो रही हैं। विपक्षी दल इस मुद्दे को BJP के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
हालांकि, BJP ने इसे बेबुनियाद बताते हुए इसे विपक्ष की रणनीति करार दिया। BJP के नेताओं ने DMK पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
विशेषज्ञ मानते हैं कि ए राजा का बयान DMK के दक्षिण भारत में हिंदू राष्ट्र विरोधी रुख को मजबूत करने का प्रयास है। वहीं BJP इस मुद्दे को अपने हिंदुत्व एजेंडे के तहत विपक्ष को घेरने के मौके के रूप में देख रही है।
देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल