“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर महाभियोग नोटिस के जरिए संविधान को कमजोर करने की साजिश करने का आरोप लगाया। विपक्ष को लोकतांत्रिक मूल्यों की याद दिलाई।”
मुंबई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर बड़ा हमला करते हुए महाभियोग नोटिस को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब किसी ने सही बात कही, तो विपक्ष ने उस पर महाभियोग का नोटिस दे दिया। योगी ने विपक्ष पर संविधान का गला घोटने और लोकतंत्र की संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया।
महाभियोग नोटिस पर योगी का कड़ा बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष द्वारा महाभियोग का नोटिस देने को पूरी तरह से निंदनीय बताया। उन्होंने कहा, “विपक्ष के नेता अपनी गलत नीतियों को छुपाने के लिए महाभियोग जैसे मुद्दे उठाते हैं। संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं का यह मजाक उड़ाना देश के लिए खतरे की घंटी है।”
विपक्ष पर योगी का आरोप
योगी ने कहा, “विपक्ष ने राज्यसभा में महाभियोग का नोटिस दिया है। ये वही लोग हैं जो लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन जब सही फैसले आते हैं तो वे उसे चुनौती देने के लिए संविधान का सहारा लेते हैं।” उन्होंने विपक्ष पर यह भी आरोप लगाया कि उनका उद्देश्य संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करना है।
लोकतांत्रिक मूल्यों की याद दिलाते हुए योगी का बयान
मुख्यमंत्री ने विपक्ष से सवाल किया कि अगर वे वास्तव में लोकतांत्रिक हैं, तो क्यों संविधान को कमजोर करने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की ताकत संविधान में है और विपक्ष को इसे सशक्त बनाने की बजाय कमजोर करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल