“प्रियंका गांधी संसद में फिलिस्तीन समर्थक बैग लेकर पहुंचीं। उन्होंने ‘फिलिस्तीन आजाद होगा’ संदेश दिया और रूढ़िवादी पितृसत्ता पर कड़ा प्रहार किया। पढ़ें पूरी खबर।”
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने आज संसद में फिलिस्तीन समर्थक बैग लेकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। बैग पर लिखा था, “फिलिस्तीन आजाद होगा।” इस कदम को लेकर प्रियंका ने पितृसत्तात्मक सोच और अभिव्यक्ति की आजादी पर बड़ा बयान दिया।
फिलिस्तीन के समर्थन में प्रियंका का सशक्त संदेश:
प्रियंका गांधी ने कहा, “मैं कई बार अपने विचार साफ कर चुकी हूं। मुझे कैसे कपड़े पहनने हैं या क्या चीजें इस्तेमाल करनी हैं, यह कोई और तय नहीं करेगा। यह पितृसत्तात्मक सोच है, जो महिलाओं को नियंत्रित करना चाहती है। मैं इसे नहीं मानती।”
राजनीतिक और सामाजिक संकेत:
प्रियंका का यह कदम न केवल एक राजनीतिक संदेश था बल्कि सामाजिक मुद्दों पर उनकी सोच को भी स्पष्ट करता है। उन्होंने कहा, “फिलिस्तीन की आजादी का समर्थन करना मेरा निजी और राजनीतिक दोनों ही दृष्टिकोण है।”
रूढ़िवादी सोच पर सवाल:
प्रियंका ने रूढ़िवादी सोच और महिलाओं को नियंत्रित करने की प्रवृत्ति पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “यह विचार कि महिलाएं क्या पहनेंगी, यह कोई और तय करेगा, पूरी तरह गलत है। महिलाओं को अपनी पसंद के कपड़े और विचार रखने की आजादी होनी चाहिए।”
राजनीतिक हलकों में चर्चा:
प्रियंका गांधी के इस कदम ने राजनीतिक गलियारों में बहस छेड़ दी है। भाजपा ने इसे “सस्ते प्रचार” का तरीका बताया, जबकि कांग्रेस ने इसे महिलाओं और अभिव्यक्ति की आजादी का प्रतीक बताया।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल