“बसपा सुप्रीमो मायावती ने अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी के एक दिग्गज नेता को निष्कासित कर दिया। यह फैसला पार्टी में अनुशासन बनाए रखने और संगठन के सिद्धांतों को सुदृढ़ करने के लिए लिया गया।”
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने एक बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी के एक दिग्गज नेता को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यह कदम पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
क्या है मामला?
पार्टी सूत्रों के अनुसार, संबंधित नेता पर अनुशासनहीनता और पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ काम करने के आरोप लगे थे। मायावती ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए उनकी सदस्यता रद्द कर दी।
मायावती का बयान
मायावती ने अपने बयान में कहा कि पार्टी किसी भी नेता या कार्यकर्ता द्वारा अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी का उद्देश्य गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के हितों के लिए काम करना है, और इस पर कोई समझौता नहीं होगा।
पार्टी पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले का पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव हो सकता है। जहां एक ओर यह कदम अनुशासन का संदेश देता है, वहीं दूसरी ओर इसे पार्टी के अंदर मतभेद के रूप में भी देखा जा रहा है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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